वो लड़की है जनाब माइक नही,
उसकी respect करो.....
उस पर चिल्लाऔ नहीं।-
जगली मुलगी तर जग जगेल
शिकली मुलगी तर घर शिकेल
अंबेमाते तू या लोकांना जरा सुबूध्दी दे
जगण्याच्या या लढाईत स्त्रियांना विजय मिळूं दे
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लडकी से ही रिश्ते संभालने की उम्मीद क्यो की जाती है,
क्या लडके की कोई जिम्मेदारी नही बना जाती है।।-
जो कि शायर नें मोहब्बत तो वो अपनी शायरी भुलता गया ,
जीतें जी चलतीं रही साँसें पर ,वो अन्दर ही अन्दर मरता गया,
और अन्जाम पता था उसको अपनी मोहब्बत का फिर भी वो
उस नासमझ लड़की से इश्क़ करता गया………-
कमाल के शणीयंत्रो मे फसी थी वो,
नाजुक बेहाल बेसब्री थी वो,
चंद दागो को लगा उसपर,
हजारो दफा जली थी वो,
कोई अंजान अजनबी नही थी वो,
मेरे ही जैसी एक लडकी थी वो।
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आज गावमें कुऐ के पास भीड लगी थी
कुऐंमेसे कुछलोगोने एक नन्हिसी लडकीको बाहर निकाला
लगभग एक मास कि होगी. आखे बंद मानो सो रहीथी.देखनेवालोकी रुह काप गयी. किस अभागेने ये किया.
इतनेमे एक औरत दोडके आयी.
उस लाश को सिनेसे लिपटकर रोने लगी पुलिसभी आ गयी. चारोऔरसे लोग तमाशा देखने आ रहे थे
उस औरत के पास दो और बच्चिया थी माॕकौ रोता देखकर वे भी रोने लगी
पुलिसने जाच चालू कर दी तो वो औरत बोली
"मै अभागिने मेरे कलेजेके तुकडेको पानीमे डाला. मुझे सजा चाहिये, और मेरे इन दोनो बच्चियोको भी मेरे साथ रखूंगी. जेल मै हम सुकूनसे तो जी सकेंगे.
रोते रोते रुक सी गयी
मैने दो बेटीयोंको जन्म दिया तो ना जाने कितने ताने सुने.
और अब ये तिसरी भी लडकि हुयी तो कितना पिटी क्या बतावू?
कलरात एक माॕ मर गयी उसी पानी में डूबि बच्चि केसाथ.
मजबूर माॕके सामने एक बच्चि के बदले दो बच्चि का जिवन ऐसा सौदा था
अगर उसे पानी में डालती नही तो ये दोनोभी बचती नही
हार तो होनी ही थी.
कपकपाये हातोसे उस के साथ मै भी पानी में जा ही रही थी. पर इन दोनोने रोक लिया
कैसी कुलक्षिणि मै अपने बच्ची को खा गयी
अब उनका घर आबाद होगा मै सजा काटुंगी
वहा जशने शादी होगी
फिर उनके घर का चिराग आयेगा
है भगवान तेरे इस जहाॕमें तुने सबको प्यारसे बनाया
इन्सा- इनसामें इतना भेद
लडका या लडकी सब तेरे बच्चे
इन्सानोंको इन्सानियत सिखाने फिरसे आजा तू.
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बचपन से सुना है लड़का है
अजी साहब रोता थोड़ी है,
और बेटा लडकी हो तुम।
ढक लो जरा सिर को,
यूं बाहर घूमना लडकी का हक होता थोड़ी है।
बेटा है तू जज्बाती होना नहीं है।
लडकी हो तुम जवाब देना नहीं है,
अरे साहब?
इंसान बनो,यूं फर्क जताने से,
जमाना चलता नहीं है,
और जो बेटा और बेटी है ना
आसू एक से होते है दोनों के,
कोई आखों का पानी नहीं है,
कहानी है।
तू कर बयान खुलके जज्बात अपने,
लड़के रोते भी है बेटी जवाब देती भी है,
ये आसू है तेरे,काहनी है,
कोई यूहीं नहीं आखों का पानी है।-
लडकियोंको भी इंसान समझा करो
पढनालिखना खेलना हसना उनका भी अधिकार है याद रखा करो-
( मै वो लड़की नही)
जो तुम्हारी महेंगी गाड़ी और
रूतबा देखकर फिसल जाए
मै वो लड़की नही...
जो तुम्हारी गन्दी नजर को
अनदेखा करके चुप रह जाएं
मै वो लड़की नही...
जो तुम्हारी हवस को
मोहब्बत मानकर बैठ जाए
मै वो लड़की नही...
जो ब्वॉयफ्रंड बनाकर,
उसके पैसे शौपिंग में उड़ाए
मै वो लड़की नही...
जो अपना आत्म सम्मान बेच के
कामयाबी की सीढी चढ़ती जाएं
मै वो लड़की नही...
जो मां बाप का सिर
अपनी करतूतों से नीचे झुकाए
मै वो लड़की नही...
जिसकी जिंदगी सिर्फ़ रसोई
और घर तक सिमट जाए
मै वो लड़की नही...
जो किसी के थप्पड और
बकवास को चुपचाप सहती जाए
मै वो लड़की नही...
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