तुम भागीरथ हो जाओ ना
मुझे गंगा होना है!
मैं पावन हो काशी
घाट पर होती रहु प्रवाहित
और तुम्हारे नाम से
उत्तरकाशी में भगीरथी
भी होना है!!-
22 JUL 2021 AT 18:21
14 OCT 2021 AT 23:18
गल में गरल और तन पर नीला...
बन गये बाबा आज रंगीला...
कर में त्रिशूल और केश में चंदा...
मैं भोले का ग़ालिब भोला बंदा...
त्रिचक्षु और हंसमुख चेहरा...
रिश्ता बन गया बाबा तुझसे गहरा...
बैठ बाघ की छाल पर भोले...
डमरू उनका डम-डम बोले...
केश विराजे मैया गंगा...
मन भोले का है भाई चंगा...-
18 MAY 2021 AT 10:24
गंगा मैया कुछ ऐसो मोहको वरदान दीजों,
रोज करें दर्शन मैया ऐसो अमृत फल दीजों।-
20 JUN 2021 AT 10:28
हे! माँ गंगा तू सबको पावन-निर्मल करती है,
इतना मैला ढ़ोकर भी पवित्र कैसे रह पाती है।-
4 MAR AT 15:01
गंगा नहाने से तन तो धुल जाते हैं,किंतु न पाप धुलते हैं और न हृदय पवित्र होते हैं,
पाप मुक्त होते हैं,हृदय पवित्र होते हैं,अपने सभी अकर्मों को त्यागकर पश्चाताप करने से,सतमार्ग पर चलने से.-