सब गुज़र गए मेरे बिन,
मैं नहीं गुज़रा तेरे बिन।-
(100) 24--8--2017
जब से देखा तुझे गुमनाम सी हो गयी
ख्यालों में तेरे फ़ना सी हो गयी
मोहब्बत है या कुछ और,,बस तुझमें ही आहिस्ता--आहिस्ता खोती चली गयी💏👫
Aakanksha...-
मेरे सोचने से सिर्फ क्या होगा
यही सच भी है
मुझे छोड़ बाकी हर चीज़
आपके लिये जरूरी है।-
बिन अन्दर झाँके पूछते हैं लोग कैसी है ज़िन्दगी
मुस्कुरा कर जवाब होता है अच्छी है ज़िन्दगी-
बनना है तो मेरी माँ जैसे बन के दिखा,
जो माँगु वो दे कर दिखा ना..ए ज़िन्दगी!!-
बिन तेरे मेरी हर खुशी अधूरी है,
फिर सोच तु मेरे लिए कितना
जरूरी है।-
तो भी अब वापस मत आना ,
तू तो गया, अब मुझको भी है जाना।
इतनी तो कमियां नही थी जिनती तुम गिना गए थे।
समझ नही आता अब,
वो खूबी कहाँ गयी जिसको देखकर ,तुम बिन बुलाए आ गए थे।-
बिन लफ़्ज़ों की जो बात होती है,
यकीनंन बहुत ही खास होती है !
(Mi-ku)-