" जब कुछ पाने की उम्मीद हद से ज्यादा बढ़ जाये , उस पर हक बस तुम्हारा हैं ये एहसास कभी खत्म ना हो पाये , और वही जब बस महज एक ख्वाब बन कर कही सिमट जाये , फिर तुम खामोश होकर सम्भल तो जाओगे लेकिन ये दुनिया तब तक बोलेगी , जब तक इंसान टूट कर ना बिखर जाये "
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