अन्न फेंका, दूध बहाया
आज माँ को तूने रुलाया-
2 JUN 2018 AT 7:28
दूध का कर्ज वो इस तरह चुकाता है
दुधारू गाय को ही वो घास खिलाता है-
22 OCT 2019 AT 16:27
कोई तो हो जो गौमाता के दर्द को समझे,
दूध देती है वो हमें, कचरे-प्लास्टिक के बदले।-
3 APR 2019 AT 13:45
माँ ने दूध में ज़रा सा पानी मिलाया था...
बच्चे दो थे...हिसाब लगाया था,.,!!-
16 OCT 2020 AT 14:38
एक बात कहूँ साहब! चाय के नहीं दूध के दीवाने हैं हम
और हाँ जहाँ मिलावट की बात आ जाए, रिश्ता ख़त्म-
31 OCT 2019 AT 21:26
आहट भी ना हुई उस भोली गाय को,
कुछ कसाई ले जा रहे है उसे मौत के घाट को-
28 JUL 2018 AT 12:36
डांट के दूध पिला टॉफी देके मनाती है
कुछ इस तरह मेरी माँ प्यार जताती है!-
25 JUL 2018 AT 21:19
ज़रा सी ऊंची आवाज़ अब अहंकार पर चुभ सी जाती है,
पर दूध ना पीने पर माँ की मार आज भी दुलार ही लगती है!-
16 MAY 2020 AT 11:07
शक्कर नहीं डालेंगे, दूध में इश्क मिलाएंगे हम!
पगली आ बैठ पास हमारे,तुझे चाय पिलायेंगे हम!-