आप सभी को💞
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की🌸🌺
बहुत-बहुत बधाई हो,
ठाकुर जी आप सबको खुशियां दे
हरि बोल🙏🏻-
कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,
कहीं तो मिलेंगे वो कृष्ण मुरारी,
उन्ही के चरण दिल से लगाया करेंगे,
जो आवे न बुलाने से कन्हिया,
तो राधा के गुण गाया करेंगे,
वो तो करुणा के सागर,
हैं विद्या के सागर,
जो जावे न मन से,
येंशी प्रीत लगाया करेंगे,-
गिराना चाहा बहुत हमें
इस संगदिल जमाने ने,
पर गिरा ना सके क्योंकि
हाथ थाम रखा हैं मेरा
वृंदावन के मुरली वाले ने।-
तुलसी जी के
एक पत्ते से तृप्त होने और
सम्पूर्ण सृष्टि को तृप्त करने वाले
जगपोषक ठाकुर जी के
बालभोग, राजभोग, 56 भोग
के नाम पर जबरिया वसूली
क्यों और कब तक...?-
//🕉️//
I have seen many
Many phases of time.
Whom love you the most,
They will make you cry.
Whom hate you the most,
They will make you joy.
Who close to you most,
They will pull you down.
Who don't know you,
They will give you crown.
So always keep smile
And Enjoy your Time🤗🤗-
कान्हा, मेरे साँवरे सरकार.. प्रभु..
एक अनाम सा रिश्ता नाथ
कैसा अनमोल सा रिश्ता मेरे नाथ
है आपके मेरे बीच गोविंद..
शब्दों की सीमा में तो
मन की भावनाओं में
जिसे बाँधा नहीं जा सकता
मेरे साँवरे सरकार.. मेरे नारायण..
आप ही बतावो चित्तचोर नाथद्वारा के नाथ..
क्या नाम दूँ इसे, आप बतावो जी..
प्यार, प्रेम कहूं ठाकुरजी, या फिर..
बिना नाम के रहने दू मेरे सरकार..
कैसे व्यक्त करू मेरी कल्पना भाव..
सब कुछ तो हो आप मेरे गोविंद..जय श्री राधेरमण,
जय श्री राधे राधे, जय श्री राधेकृष्णा. 🙏🏼🌺🐦🌺🙏🏼-
माधव..
कमलश्रीपद का दर्शन निजनिज पाऊँ, रखूँ बस आस चाकरी,
मैं रमता जाऊँ कुँजगली वृंदावन जहाँ पड़े श्रीचरण ठाकुरजी,
हे गोविंद..
माथे लगा रजधुली प्रभु दर की, श्रीराधेराधे श्याम गाता जाऊँ,
जग में वही सुखी आनंदी जो बन दास दीवाना लगा चाकरी मेरे श्रीराधारमण साँवरे सरकार चरनन..✍🏼🐦-
जानती हूँ ठिकाना मेरे "ठाकुर" का ,,,,,
मासूम बचपन से इश्क़ है मुझे....-
माधव..
क्या पाया आपको अश्क़ों के सैलाब को पीना आ गया,
दिल के हर इक ज़ख़्म को सीना आ गया मनमोहन,
हे गोविंद..
हमने आपके प्रेम भरोसे से कह दिया है बेदर्दी जमाने को,
मेरे मनमीत ठाकुरजी के दम पर हमको तूफानों से लड़ जीना आ गया साँवरे सरकार..✍🏼🐦-
मेरे प्रभु श्रीजगन्नाथ ठाकुरजी..
माधव.. आज आ रहे नगर भ्रमण को, सजा दो हर कोना,
बरसने वाली है खुशियों की सौगात आज मेरे प्रभु आ रहे,
देखते हैं प्रभु ख्वाब आपके दर्श का, हे मेरे पुरी के नाथ,
हे ठाकुरजी सरकार नाथों के नाथ श्रीजगन्नाथ..
आपकी मनोहारी छटा, देख कर ख्याल बदल जाते हैं,
आपकी दिव्य मोहिनी छटा के हम तो दीवाने ठाकुरजी,
सवारी शोभा श्रृंगार को देखकर मुस्कान बदल जाती हैं,
हम तारीफ क्या करें मेरे सरकार की, जिनके चेहरे देखकर हमारी सारी खुशियां आबाद हो जाती है..✍🏼🐦-