झुकने की आदत तो नही, मगर फिर भी झुकना पड़ा
क्योंकि बात रिश्तो की ढोर तक आ चुकी थी 😕-
2 OCT 2020 AT 15:58
6 APR 2024 AT 23:18
डर कर कभी मुँह नहीं छुपाना
तुम काम करके अपना घर चला रही हो
अपने परिवार का,
बूढ़े माँ बाप का सहारा बनी हूँ
बेटी होने का फर्ज निभा रही हो
दुनिया क्या कहेगी
सोचकर नहीं शर्माना
खुद को कभी कमजोर नहीं समझना
मजबूती से जिंदगी में आगे बढ़ना
किसी के सामने कभी
अपने स्वाभिमान को झुकने नहीं देना
दुनिया के डर से...-
3 DEC 2020 AT 0:02
प्रकाश की खोज हमेंशा एक प्रवृत्ति रही है,
जब अंधेरी सुरंग में, प्रकाश की ओर झुकने की कोशिश की है ।-
19 AUG 2020 AT 0:56
जे शब्द तलवारी सारखे मनावर घाव करून जातात...
त्याच शब्दांच नंतर आपल्या पुढे झुकन सुद्धा अविश्वसनीय ठरत...-