दूसरों के लिए जलन एवं ईर्ष्या तब होती है..
जब खुद के झूठ के अंधेरे पर सत्य की
रोशनी पड़ती है ...
- लोकेश_कुमार ✍️-
19 OCT 2018 AT 8:35
11 AUG 2019 AT 19:04
जिनके लिए खुशियां हर दुआओं में हमने मांगी
वही तोहमत लगाते हैं हमपर
कहते हैं - - -
हम जलते हैं उनकी खुशियों से
अब क्या बयां करूं उनको को
जब इतना ही वो हमको समझ पाएं
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19 SEP 2020 AT 23:37
आखिरी बार मैंने चांद उनके साथ देखा था,
तब उस चांद को इस चांद से जलन में देखा था।
प्रभात डायरी 🙏-
19 JUL 2021 AT 23:17
आग 🔥लगाने वाले आग 🔥लगा जाएंगे,
बुझाने वाला कोई नही मिलेगा...
जब राख हो जाएगा सब तब,
समझाने वाले बहुत मिलेंगे...-
23 AUG 2020 AT 19:21
जलन एक ऐसा शब्द है जो इंसान को
खुद अपने अंदर ही जला देता है।-
17 JUN 2020 AT 22:43
दूसरों के प्रति ईर्ष्या और जलन भाव रखने की अपेक्षा लोग अपनी खुद की प्रगति पर ज्यादा ध्यान दें तो आज की तुलना में ज्यादा सफल हो सकते है ।
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