वंदे मातरम
Wishing you a very Happy Republic Day...-
हम जो जन्नत-निशाँ हिन्दोस्ताँ से हैं,
हम बुद्ध भी हैं, हम भगत सिंह भी हैं|-
नफ़रत की कड़वाहट अच्छी नहीं अमां,
इसमें मुहब्बत का शहद मिलाते हैं,
इस बार आज़ादी कुछ इस तरह मनाते हैं।
दिलों पर आई खरोंचें है बहुत,
अब ज़ख्मों के निशां मिटाते हैं,
इस बार आज़ादी कुछ इस तरह मनाते हैं।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई तो हैं ही,
अब खुद को हिन्दुस्तानी बताते हैं,
इस बार आज़ादी कुछ इस तरह मनाते हैं।
फुरक़त में कट गए हैं साल हजारों,
अब सबको चलो गले लगाते हैं,
इस बार आज़ादी कुछ इस तरह मनाते हैं।
अल्फाज़ को नहीं, अहसास को जगाते हैं,
इस बार आज़ादी कुछ इस तरह मनाते हैं।
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रगों में दिवानगी कुछ इस कदर बहती है,
कि वतन को अपने हम "भारत माँ" कहते हैं!-
आसमां की ऊंचाई तो छू ही लिया हैं आज तूने मेरे राफेल।
बस अब तो तू दुश्मनों को छूकर उन्हें भी धन्य कर ही दे मेरे प्यारे राफेल।-
भरी जवानी में माँ के चरणों में
कर दिया अपने प्राणों का समर्पण
रहेंगे अमर हमारे दिलों में वो
अपने शब्दों के करती हूँ श्रद्धा-सुमन अर्पण-
जब काल प्रत्यक्ष हो,तो बड़े-बड़े भय खाते हैं
ये तो आततायी हैं, इनका विनाश सुनिश्चित है
धरा को नर्क मुक्त करना है,हमारी फौज ने कसम खाई है
इनको जहन्नुम के दरवाजे पर छोड़ मत आना
इनकी नस्लों को भी साथ ले जाना
सबको वहीं ठोक आना,मृत्यु से इनका साक्षात परिचय कराना
फौजी भाइयों!अपना परिचय इन्हें कायदे से देकर ही आना
#जय जवान जय हिन्दुस्तान 🙏🙏-
जो करतें हैं हमारे राष्ट्रध्वज का प्रतिकार
उन्हें नही है हमारा तिरंगा फहराने का अधिकार ..-