गुरु बिना ज्ञान कहाँ उनके ज्ञान का
आदि न अंत यहाँ ,...
गुरु ने दी शिक्षा जहाँ उठी शिष्टाचार
की मूरत वहाँ...।🙏🏼🙏✍️-
मैं शिष्य आपका गुरुवर,
मुझको गुर सिखला दो...!
मैं बालक हूं आपका,
मुझको सही राह बतला दो...!!
जिस पर चल मैं जीवन में,
आगे बढ़ सकूं...!
पाकर आपका आशीष,
कुछ इतिहास गढ़ सकूं...!!
अक्षरों का ज्ञान कराकर,
पूरा पाठ पढ़ाया है...!
छोटे-छोटे इम्तिहान लेकर,
मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है...!!
मात-पिता के बाद गुरु तुम,
भगवान का रूप कहलाते हैं...!
गुरु तेरे चरणों में हम शत-शत शीश नवाते हैं...!!-
गुरुजी ने कहा -
किसी भी कार्य को पूरे समर्पण के साथ करना,
यह समझकर कि अमुक कार्य इश्वर प्रदत्त है।
(अनुशीर्षक में)-
Teachers भी कमाल के होते है ना ..
खुद फटफटीआ (Scooter) चलाते है और
अपने बच्चो को Bugatti car चलाने जितना
काबिल बनाते है !!-
ज्ञान के आकाशगंगा हैl
एवं
ज्ञान के आकाशगंगा का चमकता हुआ सिताराl
ब्रह्मांड में गुरु-शिष्य दैविक ऊर्जा का नायाब रिश्ता है l-
Teacher
जो students की खामी को ताकत और
खूबी को तराश दे अक्सर उस इंसान को गुरु कहते है !-
गूरु ही मानस ,गूरु ही ब्रह्मा
गूरु ही कर्मा, गूरु ही धर्मा।
गूरु की कृपा बनी रहे, यही है सद्.भाग्य हमारा। गूरु और माता-पिता को कभी भी अहंकार नहीं दिखाना चाहिए, ना ही क्रोध करना चाहिए। उनके हर एक शब्द को आदेश मानकर पालन करना चाहिए।
बन कर अपनी किस्मत को सामर्थय रूपी चमकाना चाहिए।-
The guru is the ' exclamation mark' !!
The shishya is the 'question mark' ??-