ओरे पहाड़ म्यरों प्यारों पहाड़
अब सुणि सबुन यों तेरी पुकार-
पोढ़ ल्या रे लाटों ....
क्या धरयूं रैदूं तुम्हारों सदनि फोन मा ..😠
~ #गढवाली
अरे बच्चों पढ़ लो
आखिर ऐसा क्या रहता है तुम्हारा इस फोन में 🤨
~ #हिन्दी
#जरा_सि_पहाड़ी 🍃😂
#नटखट_दगड्या-
एक सीख - जै जवान
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चार पैंसा बाना आज त्वैन आपणु ईमान किलै बिके
दुश्मनों भड़कोण मा एकी आतंक रूप किलै दिखे।
सोच जरा देस का बारा, छोड़ आपस की या लड़ै
सीख ले जरा वौं जवानों से जौन देस कु मान बढै।
रूवै रूवै की बुरा हाल, जैं मान आपणु लाल गंवै
तिरंगा अर् देस का खातिर, आपणु कऴेजू जऴै।
बीर भड़ौ अर गढ़ों की कथा आज नै पीढ़ी त पढै
आपणा माटा का खातिर जौन काटिक मुंड चढै।
धन्य वौं मां का संस्कारों त, जैन आपणु फ़र्ज़ निभै
धन्य वौं शूरवीरों त जौन मां का दूध कु कर्ज निभै।
जीवा शान से मरा भी शान से मान हामु तै यु सिखै।
मुंड चाहे कटै ले पर दुश्मनों अग्ने मुंड कबी ना झुकै।
संदीप सिंधवाल-
जो न्हैं गैछी छोड़ पहाड़
उ आब ऐई दौडा़ दौड
ओ पहाड़ म्यर पहाड़
कतु भली लागी त्यरि ठण्डी बयार-
इन्तजार च आज भी मि तै
माँ जी तुम्हारी समौण कु.... ।
चिट्ठी मा लेख्या प्यार भरा आखरु कु..
तुम्हारा भेज्यां अर्सा अर रोटानू कु .. ।-
धन रे मनख्यौं तुम से पिटंगा ता रुकणा नीन अर बात ग्वेली बंदूकों छिन कन्ना।
सब धाणि ख्वेल्ली तौं निर्भाग्यौंन जब स्यौंका मनखि अस्पतालों छिन मन्ना।।
तुमरी झूट्टी ब्यवस्था सेरी दुनिया जाणली कि फिर सुपणखा कि नाक कट्येगी।
यी सब एक थाली का चट्टा बट्टा छिन बल अब किले कोरश मां गीत छिन चन्ना।।-