एक तो ये दिसम्बर की जानलेवा ठंड
दूसरा मम्मी का ये कहना ...
"सब नहा लिये, अब तू भी जाके नहा ले...
(जाने ये रोज नहाने वाली रीत किसने बनाई😔)
वैसे मैं रोज नहाती हूँ, 😂😂🙈
#नटखट_
-
****412***
देवभूमि_उत्तराखण्ड.... मेरो गढ़.....
पोढ़ ल्या रे लाटों ....
क्या धरयूं रैदूं तुम्हारों सदनि फोन मा ..😠
~ #गढवाली
अरे बच्चों पढ़ लो
आखिर ऐसा क्या रहता है तुम्हारा इस फोन में 🤨
~ #हिन्दी
#जरा_सि_पहाड़ी 🍃😂
#नटखट_दगड्या-
एक छोटी लडकी
पहने मैले-कुचैले-कपडे
भूख से बेहाल, गरीबी से तंग
बीन रही थी कचरे में
कुछ खाने का सामान..
पास बैठा एक भूखा
घूर रहा लड़की को
उस पे नजरें गड़ाये
भूखा भेडिया सा
मानो नोच खा जाने को
हो तैयार...
अंतर..
भूख तो दोनो को थी, एक को पेट की
दूसरे की जिस्म की...
#नटखट_-
आज सभी अपने घरों में दीपक जलायें...
मैं भी हर साल आज के दिन दिये जलाऊंगी !!
#जय_श्री_राम🙏🙌
#राम_मंदिर_फैसला🙏 🚩-
पापा ने, ताऊजी को इस दिवाली पे नया स्मार्ट फोन दिलाया
ताकि विडियोकॉल और काॅल कर सकें ..
मैने उनको WA के फैमिली ग्रुप मे एड कर दिया
वो भले ज्यादा कुछ तो नहीं पर WhatsApp मे फोटो शेयर
करना अच्छे से सीख लिये है।
अब जितनी फोटो वो ग्रुप में भेजते उतनी ही हमे
अलग भी भेजते हैं🙏😐
मेरे भोले ताऊजी 😂😂 #नटखट_-
हथेली पे नाम उसका ....
कभी लिखती कभी मिटाती हूँ...
यादों का बुलबुला सा ख्यालों में,
कभी आता तो कभी जाता है...
कल्पना और यथार्थ के बीच,
रोज बुलबुला यूँ ही.....
कभी उड़ता तो कभी मचलता है,
जैसे बिन बरसात होती कभी कभी !!
#नटखट_-
उससे कहा था मुझे ऑनलाइन आने में देर हो जायेगी
10 मिनट इंतजार करना, नही आई तो तुम सो जाना
दो घंटे होने को आये और वो पागल अब तक जगा है
कि #कहाँ_गई.. आ जाओ ना अब ऑनलाइन 😐
नटखट_दगड्या-
आज दो साल बाद अचानक एक स्कूल की दोस्त मिली।
क्लास 2nd से लेकर इंटर दोनों ने साथ किया,सोचो कब से मुझे
जानती होगी फिर उसकी शादी हो गई । शुरू शुरू में तो उससे बात होती थी, फिर उसका फोन आना भी कम हो गया और जब मैं करती तो ये कह कर फोन काट देती कि यार अनुराग आने वाले है , सास के साथ जाना है..ये ,, वो, मैं भी समझ गयी शादीशुदा है जिम्मेदारियों से घिर गयी होगी। मौका मिलेगा कर लेगी फोन ... फिर कभी कभार WhatsApp मे जन्मदिन या कोई त्योहार होता तो बधाई दे देती। आज अचानक मिल गयी दोनो एक ही ऑटो में थे ... पहले तो नोर्मल बात हुई, एक दूसरे के हालचाल जाने ..
उनका मानना है कि मैं घमंडी हो गयी हूँ किसी से बात नहीं करती, जबकी उसको भी पता है..मै सुबह की गई शाम घर आती हूँ
अपनी व्यस्तता के चलते अगर मैं उनको फ़ोन नहीं कर पाती हूँ तो
मुझे समझने की बजाय समझा गयी कि मैं क्या हूँ 😢...
आजकल रिश्ते कितने कमजोर हो गए हैं ना😐-