वतन-परस्ती तो कूट-कूट के भरी है,
बस सेना भर्ती में पतला-दुबला शरीर देख के भगा दिया जाता हूँ।-
टूट के चाहने की जगह
कूट के चाहे
परिणाम ज्यादा असरदार मिलता है।
🤣🤣🤣-
मेरा "मन" शतरंज खेलने लग गया,
खेल खेलते हुए तिगड़मी बन गया।
जिंदगी की बिसात पर रूप बदलके
चालें चलता है ,कूट-युक्ति करता है
ख़ुद को राजा-रानी समझ,अन्य को
वज़ीर,हाथी ,घोड़ा,सिपाही की तरह
ख़िदमत में रहने की दुरुस्ती करता है
दुनिया में बने रहने को शतरंजी चालें
अपना के सीधा ,तिरछा और ढ़ाई घर
चलने की सुविधा से मस्ती करता है।
जया सिंह 🌺
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बाबा रामदेव शायरी..👇
महोंब्बत थी इसलिए जाने दिया..
जड़ी-बूटी होती तो कूट देता..-
सुना है जनाब आपको हिचकी बहुत आती है
जरूरी नही है आपको हमेशा कोई याद कर रहा है
क्या पता आपको टॉरेट सिंड्रोम नाम की बीमारी हो गयी हो
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माँ तो माँ
ही होती है..💖
दूर होते हैं तब
बोलती है नहीं मारूंगी..😬
और पास आने पर कूट देती है...😁-
केह्ते रहोगे तो मौत से पहले दफन हो जाओगे।।। अच्छा नहीं लग्ता तो अच्छा बनाओ।।।। किस बात का ड़र है "काबिलियत"? ज़रा गौर से देखो आईने में, भरा हुआ नज़र आयेगा ।।।।
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प्रश्न
ऐसा कौन -सा देश है , जहाँ केवल एक ही पुरूष है?
उत्तर
ईश्वर रूप पुरूष इस देह रूप देश में बसता है।
प्रश्न
ऐसी कौन सी गुफा है, जिसमें प्रवेश तो किया जा सकता है किन्तु बाहर नहीं आया जा सकता?
उत्तर
प्रभु के चरण, वहाँ से कोई वापस नहीं आ सकता।
"यद्गत्वा न निवर्तन्ते "
प्रश्न
वह कौन सी नदी है जो परस्पर विरुद्ध दिशा में बहती है?
उत्तर
संसार रूप नदी मे प्रवृत्ति विषयों की ओर खींच कर ले जाती है और निवृत्ति प्रभु के प्रति बहाकर ले जाती है।
प्रश्न
सिर पर जो चक्र मँडरा रहा है, वह कौन सा चक्र है?
उत्तर
सभी जीवों के सिर पर काल -चक्र मँडराता रहता है।
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