ऐसे ही खर्च कर देते हो तुम मेहनत की कमाई को
कभी सोच कर देखना
एक पिता कैसे जोड़ता है एक एक पाई को-
यदि कुछ गलत बोल दिया जाए तो कृपा करके माफी देने का कष्ट करें… 🙏🙏
एक पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए कितने सपने संजोता है… हर एक ख़्वाइस को मुकम्मल करने की कोशिश करता है।
केवल एक बात के लिए, कोई एक इंसान ही मेरे बच्चे की सच्ची तारीफ करे और वो गर्व से सिर उठा कर चल सके। और लोगो को बता सके कि हाँ मैं उसी का पिता हूँ…
लेकिन अब अक्सर ही नहीं ये तो आम बात हो गई है, पिता गर्व से सिर का उठाना तो दूर… नजरें तक उठा नहीं पाता, जब कोई कहे कि ये उसी बच्चे का बाप है जिसके बच्चे ने ये घीनोना काम किया था।
आप लोग सोच भी नहीं सकते उस समय उस पिता पर क्या बीतती है… उस एक पल में वो कितनी बार मर - मर कर साँस लेता है… महसूस करना तो बहुत दूर की बात है…
मेरा केवल इतना कहना है, यदि आप उनका सिर गर्व से ऊंचा नहीं कर सकते हैं तो कृपा करके उनकी नजरों को तो न झुकाए… 🙏-
खुद को मिटाना पड़ता है कुछ रोटी कमाने के वास्ते,
बहुत कुछ गवाना पड़ता है दो पैसे के वास्ते।
घर छोड़ कर पराया होना होता है,
नई जगह बस कर सब फिर बसाना होता है।
अपनो को छोड़ आना होता है,
गैरों के बीच खुद की एहमियत जतना होता है।
खुद को मिटाना होता है....कुछ रोटी के वास्ते...............
#एक_पिता-