तुम लड़की हो,
यह कभी भूल न जाना ।
(कविता कैप्शन में)-
20 DEC 2021 AT 8:02
धुंध तेरी यादों की रखी या घर की जिम्मेदारी की
तू आया और चला गया पर ये जिम्मेदारी
रोज नई नई आती है और रूक सी जाती है-
22 DEC 2018 AT 17:53
वो बज़्म काम की नही जहां ठुकराया जाये।।।
वो हक़ ना क़ाबिल ए बर्दाश्त जो जताया जाये।।।-
2 AUG 2021 AT 16:53
दोस्ती वो नही जो जान देती है,
दोस्ती वो भी नही जो मुस्कान देती है ,
अरे ! सच्ची दोस्ती तो वो है.....
जो पानी में गिरा हुआ
आंसू भी पहचान लेती है।-
8 APR 2022 AT 18:56
जमाने के तीखे तेवरों में जब जायका आने लगे
समझ लीजिए की आप रंगत-ए-किरदार में हैं..!-
31 DEC 2017 AT 16:09
दीवारों के कान होते हैं तो ज़ुबाँ क्यों नहीं होती,
कितनों की तन्हाईयाँ ख़त्म हो जातीं जो यूँ भी होता तो…
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13 FEB 2022 AT 20:04
इंसान ही इंसान की दवा है
कोई दुख देता है
तो कोई
सुकून बन जाता है...!!— % &-