एकांत स्थान पर सलाहकार चाहिए।।।
उसके सिवा नही कोई हक़दार चाहिए।।।-
मुझे इल्म नही है ऐसी परिस्थितियों का।।।
खोफ के साये में, जलसा दफन विचारों का।।-
संविधान में कुछ लिखा नही ।।।
समाज की स्लेट पर कुछ बचा नही ।।।
परीक्षा का समय नजदीक है।।।
बेरोजगारी पर इश्क़ का सहरा सजा नही।।।-
सुना सुनाया कुछ मिले तो विश्वास कहां!!!
मुझे कोई कह दे तो क्या वो जहां मैं वहां!!!-
कुछ दबा है जहन में ये बात समझाता हूँ।।।
जरूर कुछ खास है तभी रात जागता हूँ।।।
कर्मशील व्यक्तित्व कहो या बेचारी सी जिंदगी।।।
मैं रोज सुबह उठकर एक शांत जिंदगी मांगता हूँ।।।-
कमियां ढूंढने निकले हो कुछ तो हाथ लगेगी।।।
क़यामत के रोज जवाबदेही जरुर होगी।।।-
विशिष्ट विचित्र संयोग-युक्त समय की लीला।।।
मंत्रमुग्ध शांत दमित इंसानों की जीवनलीला।।।-
बिना जॉब के धनतेरस और बिना कोशिकांग के कोशिका।।।😌
जीवन की अभी ये ही विभीषिका।।।😶
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इज्जत करने से बड़ा कोई अंदाज ए इश्क़ नही।।।
शब्दों से उलझें एहसासों से हमसा शायर नही।।।-