दुनिया! बदल़ते मैने देखा है,
क्या तुमने भी ?
निकले था गलियारो में,
समझने को इस दुनिया को मैं,
कुछ दिनो से जो सोच रहा था,
कैसे बदल जाती ये दुनिया,
सिर्फ इंसान ही रह गए,
इंसानियत का कोई पता नही,
हलचल भरी इस दुनिया में,
आज खामोसी ही खामोसी है।
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27 SEP 2020 AT 19:48
17 JUL 2021 AT 14:24
एक चाहत होती है ,जनाब अपनों के साथ जीने की वरना पता तो हमें भी है, की उपर अकेले ही जाना है ।
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28 SEP 2020 AT 12:41
Vo mohobbat bhi tumhari thi
Vo nafrat bhi tumhari thi
Hm insaaf kis se mangte?
Vo sheher bhi tumhara tha
Vo adalat bhi tumhari thi-
10 NOV 2020 AT 20:44
समझ रहे थे मीठी सी नोक झोंक जिसे
वो तो समझौते की दस्तक थी
रूह ने उनके फ़ासलों को गले लगाया हैं
बाहर तो केवल कागज़ की बंदिश हैं
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12 JUN 2018 AT 12:25
It's just to say... Okk
I forgive you OR I would forget you.
But some people and their words remains unforgettable for the rest of your life.-