उपमेय और उपमान
सुंदरता को परिभाषित करना संभव है क्या?
उपमानों के सांचे में कसना संभव है क्या?
है अजस्र, अविरल बहती सुंदरता की धार।
कई उपमानों ने कालांतर में पाया तिरस्कार।।
कब तक घिसटा कोई कवि एक उपमा के साथ?
उपमेय संग उपमान बदल गए, कितने रातों रात!
फिर भी उपमा देने का, कब तक चलेगा दौर?
सुंदरता तो सुंदरता है, नहीं सिवा कुछ और!!
उपमेय भी असमंजस में है, वास्तविकता क्या है?
सुंदरता तो सुंदरता है, नहीं दूसरी कोई बला है।
अंतर में भीषण हलचल है, इस प्रश्न को लेकर,
क्या सुंदरता की सही व्याख्या, होगी कभी उपमा देकर?-
है वो एक प्यारी सी परी,
बातें करती है बड़ी खरी- खरी,
कभी बातों से अपनी हँसाती बहुत है,
कभी बातों से अपनी आईना दिखाती है वो,
ज़ुबाँ की बड़ी पक्की और सच्ची है वो,
ऐ दोस्त, ये दुआ है हमारी,
नए साल में आपका दामन ख़ुशियों से भर जाए,
लेखन में आपके वो असर आ जाए,
कि हर ओर रोशनी ही रोशनी बिखर जाए,
समाज में फैले अंधकार को दूर कर जाए,
लेखन में आपके वो असर आ जाए,
दर्द ए दिलों के लिए मरहम हो जाए,
रोते आँखों को मुस्कुराहट दे जाए,
लेखन में आपके वो असर आ जाए,
कि एक दिन उपमा आपको चाँद सी दी जाए।
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सारा दिन काम कर कर थक जाती है मेरी बहना ..
ले हल्का फुल्का breakfast कर लें मेरी बहना ...-
While the whole country is
busy trying to be immune to the virus
My mom is busy
making me immune to upma.-
Don't let anyone treat you like upma
Remember you're biryani
Never underestimate the power of biryaani-