तिनका तिनका जोड़कर इक आशियां बनाया था पल भर में ही वो भी नफरतों की भेंट चढ़ गया। अरे खून के प्यासों कुछ तो भ्रम छोड़ो इंसान होने का इक चिंगारी उठी और बेकसूरों का घर ख़ाक हो गया।
Never Forget..Never Forgive ! 10 terrorists-10 locations-3 days 166 innocent People killed & 308 wounded in "MumbaiTerrorAttack" (26/11)
My heartfelt salute to the brave sons of mother india! who sacrificed their lives while fighting the enemies of the Nation . This country will always be grateful to your sacrifices...🇮🇳🙏
कुदरत भी सज़दा करे जिस ज़न्नत-ए-ज़मीं की उसपे भी कैसा ये अज़ाब-ए-इल्जाम लगता हैं खुद , ख़ुदा भी देख ये हैरत में है,,,,,, कितना बेरहम होगा तू काफ़िर जो फ़िज़ा-ए-फ़िरदौस को भी कत्ले-ए-आम करता है?
दशरथ मांझी ने 25 फुट ऊंचे पहाड़ को देख कर कहा था, "बड़ी अकड़ है न तेरी, तुम्हें औकात पे लायेंगे..." और हथौड़े को वहीं रख कर बैठ गया । वक्त के खेल को जमाने ने देखा। पहाड़ को भी रास्ता देना पड़ा। गुमनामी में रचे मौन प्रहार की आहट दबे पाँव आती है । उधार की जिन्दगी प्रलय तक ही सीमित है।