#JusticeForTwinkleSharma...
अब तो मोमबत्तियां भी भुज गयी , लगता है वो भी डर गयी....
ये कैसा भारत हो रहा, कोई रेप से, कोई अपहरण से तो कोई गरीबी मे खो रहा....
बात 31मई की थी, ज्यादा कुछ नहीं ढाई साल की बच्ची ही तो खोई थी..
एक रात ही तो ना सोई थी, ज्यादा कुछ नहीं कुछ घंटे ही तो रोई थी....
खबर सुनी मैंने तो सोचा बात कुछ होगी सही, कारण सुन आत्मां मेरी काँप गयी...
चंद पैसों के पीछे फिर एक मासूम की जान गयी....
लोग राजनीति का खेल खेल गए,लेकिन....उसके घरवालों से पूछो जो पल पल मे मर रहे....
उस माँ के आंसू छलक गए, पर कुछ नहीं हम तो जस्न (ईद)मना रहे...
हमारा भारत महान है,, इंडिया गेट, कुतुबमीनार, चारमीनार जैसी जो शान है...
कुछ काम तो यह भी कर गए , इन स्मारको पे और कुछ नहीं तो मोमबत्ती दीपक तो ज़ल ही रहे........
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