SULJHA sakte ho to
Meri un bhavnaao ki
Dor ko suljhaao
Jinhe tumne apni
Befikri se uljha diya hai-
Zindagi ki Uljhano ko suljahte suljahte,
Kavv tujhse ulajh Gaye the,pata nhi chala.
Aaj kavv akele mein bethti hu to,
Yehi sochke or bhi ulajh jati hu.-
सुना है बातचीत करने से
बड़ी बड़ी समस्याएं सुलझ जाती है,
लेकिन तुमने तो एक शब्द
कहने की भी इजाजत नहीं दी।-
उलझे तो कुछ इस कदर उलझे मोरे नयन सांवरे से
कि इन्हें अब किसी भी जनम में ना सुलझाऊं मैं।।-
उलझनें बहुत सी हैं दिल मैं
कैसे तुमको बतलाऊं
समझ नहीं कुछ आता हैं
कैसे उनको सुलझाऊं
-
Uljhanon ko gar suljhana ho toh,
suljhe hue tareequekaar ko apnao,
kashmakash me toh yun sansein bhi
chalti hai janab!!!-
तेरी बिखरी जुल्फों को सुलझाना चाहूँ,
और अपने हाथ को तेरी जुल्फों में उलझना चाहूँ.
ये इश्क़ ही तो है ❤️-
अब खामोश सी ज़िंदगी से जिरह यहां कौन करे
खुद से ही बिगडे़ हालातों को सम्भालना होगा।।
अब निकलना होगा बाहर उलझी हर उलझनों से
अपनी अंगुलियों से हर गिरह को सुलझाना होगा।।-
तू क्या गणित के सूत्र सा
मुझसे उलझता है
मैं तुझे पहेली की तरह
सुलझा दूंगी-