मजहब के नाम पर आज भी बांटे जाते इंसान
भगवान ने तो न हिन्दू बनाया न मुसलमान
क्यों इतने कट्टर धर्म जाति के नाम पर
काट देते है सर अपनी ही लोगों के
क्यों प्यार समझ नहीं पाते इंसान से इंसान का
क्यों नहीं बनाते एक नया रिश्ता ऐतवार का
डर क्यों हमारे अंदर आज भी वैसा ही है
यदि ऐसा ही है तो पढ़े लिखे और अनपढ़ में अंतर क्या है-
7 AUG 2020 AT 21:16
7 AUG 2020 AT 18:42
तुम दिल की बात करते हो
हम रूह तक उतर जाएंगे
दिल ज़रा संभाल कर रखना
हम पूरी गहराई नाप के आएंगे-
24 AUG 2020 AT 21:54
शायद वह जिंदगी तब की है ,
जब हम अपने प्यार से बिछड जाते हैं।
और वह नशा तो मोहब्बत का नशा है ।
जो एक बार चढ़ जाता है तो ,
उतरते नहीं उतरता।
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30 AUG 2020 AT 10:11
जो कटती ही नहीं,
बहुत लंबी लगती है वो रात,
जब परेशान करती है कोई बात।-
8 SEP 2020 AT 12:21
होता है आजकल,
जो पल भर में ही टूट जाता है,
दोस्ती जैसे रिश्ते तो कोई निभा नहीं पाता,
प्यार का रिश्ता क्या निभाएगा।।-
26 JUL 2020 AT 20:51
जीते जी खुश रहने नहीं देते,
मरने के बाद हमदर्दी जताते हैं,
ये लोग कितने मतलबी हैं,
खुलकर जीने वाले को जीते जी मार डालते हैं।-