चापलूसी और ग़ुलामी बेगैरती कि वजूद को फ़ानी करदे
इंकिलाब की ज्वाला में तपे हुए वीर अमर हो जाया करते हैं।
जफ़ाओं की राह में कुर्बान ज़ीस्त करके
ये चराग़-ए-हस्ती अपनी खाक़ पे जान लुटाया करते हैं।
बज़्म-ए-बुतां को राहे तलब कर छोड़ा
हक़ की आवाज़ का शहीद-ए-आज़म ने दामन मगर न छोड़ा।
सीखने की दरकार है ऐसे वीर सपूतों से
सरज़मीं भी अक्सर जिनकी कर्ज़दार हो जाया करती है।
मुख़ालिफ़ों के जिगर में अंगारे के मानिंद दहके
कच्ची उम्र में बड़े तजुर्बे कर जाँ निसार कर जाया करते हैं l
-
You are the inspiration most of us,
We learn from you
How to smile in deep pain,
Never stop till you are something gain.-
Sharhad ki waadiyon se fir ye khabar aai hai,
Aaj fir veer jawano ne apni jaan gawai hai,
Nikle the watan ki shakh bachane,
Aaj fir lahu luhaan hokar tirange ki shan bachaai hai.-
आज शहीद दिवश है,
ये आँखे नम होने को विवश है।
जिस आजादी के लिए सर कटाए,
आज ये आजादी हो गई सिकस है।
-
वो देश के लिए कुर्बान हो गए
फाँसी पे चढ़कर महान हो गए
वो देश की मिट्टी में आबाद रहेंगे
वो ज़िंदाबाद थे, ज़िंदाबाद हैं और ज़िंदाबाद रहेंगे-
23 मार्च 1931 (शहीद दिवस)
कर दिए जो जान कुर्बान वतन के वास्ते,
बदल कर रख दिए जिन्होंने अंग्रेजों के रास्ते,
आज ही है वो दिन याद कर लो यारों,
आम नहीं ,वो 3 लोग बड़े ही ख़ास थे।
भगत सिंह, सुखदेव ,राजगुरु तथा उन जैसे वीरों को नमन।🙏-