देखो ना वक्त की सुई,
मुझे फिर से उन लम्हों मे ले गई l l
तभी तो मेरे दर्द की दास्तां,
आज मुझसे बहुत कुछ कह गई l l
जानती हो उन बीते बातों की यादें,
मेरी इन आँखों से बेह गई l l
कहने को तो तू मुझसे दूर थी,
पर पता है दूर होकर भी तू मेरे पास ही रह गई l l
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