डूबता दिन...
भागती शाम...
एक और दिन...
तेरी यादों के नाम...-
मेरी जिंदगी भी तुम हो...
मेरी जान भी तुम हो...
मेरी चाय भी तुम हो...
मेरी जाम भी तुम हो...
सच कहता हूंँ बहुत...
खास हो तुम मेरे लिए...
क्योंकि,
मेरी 🌞सुप्रभात🌞 भी तुम हो...
मेरी शाम भी तुम हो...
- #shrAman
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हो चुकी शाम अब तो हर परींदा घर आया ,
हूं जमाने में बस मैं ही बेआशियाँ,
जिसने इस भीड़ में खुद को तन्हा पाया ।।-
उनके वादे अक्सर...
नाकाम होते हैं...
जिनके इंतजार में हम...
सुबह से शाम होते हैं...
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दिन तड़प कर है गुजरा...
शाम में भी बेकरारी है...
मोहब्बत ने खेल ऐसा खेला...
कि मुझ पर अब हर रात भारी है...-
फुर्सत में कभी
यादों के झरोखें में झांकना
भले ही यादे पुरानी हो
शक्लें धुंधली, कपड़े अस्त व्यस्त
हर शाम कुछ अपना गीत सुनाती
हर रोज फ़लसफ़ा यही था
बचपन का यही कारवां था
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नई शाम पुरानी यादें....
कुछ वादें कुछ मुलाकातें...
अब सब कुछ झूठा सा लगता है....
यह शाम आज रूठा सा लगता है...।-
किसी ने कहा🤔 था हर शाम हाल पूछेंगे🤗 तुम्हारा
लगता है उनके शहर 🌇में शाम नहीं होती❌-
शाम हो रही है, बरसात हो रही है...
किसी के याद में कुछ बात हो रही है...-