तू रांझा तो मेरा है
पर तेरी हीर कोई और है।।-
रोग जो इश्क का मुझको लगा
दे सके रब तो दे दे सजा
है इस रोग की एक ही दवा
बस मेरे रांझे से मुझको मिला।-
तु हीर बने मेरी तो मै तेरा रांझा बन जाऊ ।
तु पतंग बन जाए तो मैं तेरा मांझा बन जाऊं।।
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परियों जैसा दिल है उसका
आया मुझ जैसे फकीर पे
मुझे भी रांझे वाला इश्क़ है
उन नीली आँखों वाली हीर से-
तुम मर्ज हो इश्क का मेरे जहन में
तुम हकीम बन जाओ मेरे जहन का
नासूर है अधूरे इश्क का मेरे जहन में
तुम मरहम बन जाओ मेरे जहन का
तुम लाइलाज मर्ज हो मेरे जहन में
तुम इलाज बन जाओ मेरे जहन का
तुम नब्ज़ देख सकती हो मेरे जहन में
किसी गैर को इल्म नहीं मेरे जहन का
कभी ख्याल फ़ुरसत का आये जहन में
तुम आना जायजा लेने मेरे जहन का-
Tujhme bhr lu saase apni
Tujhbin ji na paaungaa
Ho gya hai pyaar hme
Rat bhr na so paaunga
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Kho jaau tujh me yaa
kho gyaa hu
Bhtk gyaa hu raastaa yaa
Bhtk gya hu
Saath tere chlnaa hai bs yhi maangta hu rb se duaa
Mot ko gle lgaana chaahta hu yaa
Gle lgaa liyaa hu 😊-
Naa vo glt hai
Naa hum glt
Glt to vkt kaa hai jo
Haalat bina dekhe aajaate hai-