🌻 मुझे ना किसी के साथ हंसना है 🙅
🙅 ना किसी के साथ रोना है 😢
♥ ना किसी को पाना है 🙌
😔 ना किसी को खोना है 💔
👻मुझे तो बस खुद का होना है😇
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15 JUL 2020 AT 13:19
10 MAY 2020 AT 23:11
मुरादें लाख माँगीं थी, फ़क़त तेरी वफ़ाओं की
तुझे बाहों में उनकी देख, मेरा रब सिसकता है...-
13 JUL 2019 AT 6:55
एक संदूक रखी थी अंदर बहुत अंदर,
सबकी नजर से दूर उसके अंतर्मन में,
चुपके से खुलकर कभी आँसू झलकाती,
कभी बिखेरती कुछ खुशियों के मोती,
कर देती उसे फिर तैयार लड़ने को,
वर्तमान परिस्थितियों से जूझने को,
पहले से मजबूत, आत्मविश्वास लिए
कमरकस कर फिर वह खड़ी हो जाती,
अपनी पहाड़ सी परेशानियों के सामने,
स्वयं उनसे भी बड़ी एक चट्टान बनकर...-
20 MAY 2020 AT 12:08
सदियों से शुष्क पड़ी
ज़मीन पर
जब
गिरती है पहली बूँद
बारिश की
हाँ...
बिल्कुल ऐसा ही था
तुम्हारा पहला बोसा
माथे पर मेरे...!!-