In memorise
Death anniversary of Rajiv Gandhi
Development isn't about
Factories, dams and roads.
Development is about the people.
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राजीव गांधी के शब्द 1984 में
हमारा आज का काम भारत को इक्कीसवीं सदी में गरीबी के बोझ से मुक्ति, हमारे औपनिवेशिक अतीत की विरासत और हमारे लोगों की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होगा।
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जिस्म के लोथड़ों में,
कपड़ों के चिथडों में,
तोपों का भ्रष्टाचार, सिखों के नरसंहार में उसका नाम,
पहले निखर गया, फिर बिखर गया।
ठीक वैसे ही जैसे जाँच बिखर गई शीशे की तरह।
वहीं नाम उसका - राजीव।
बलिदान नहीं, मौत ही तो थी वो।
गांधी नाम का ख़ामियाज़ा ही तो था।
सबको उड़ा दो गांधी नाम है जिसका,
वैसे ही,जैसे राजीव को उड़ाया था।
गोडसे बनाएंगे, गांधी मिटाएंगे।
उम्मीद है तब मिल जाएगा चैन और दिलासा पूरा।
फिर उसके बाद भ्रष्टाचारी नम्बर 1 कहके,
और तो नहीं उखाड़ोगे गड़े मुर्दे?
और मुर्दों की वो बातें?
जो शायद उन्होंने की ही नहीं।
आखिर ज़िंदा हैं तो वो भी हैं,
जिनके क़त्लेआम के पाप हो गए माफ़, जीतेजी।
तो मुर्दे को उसकी ख़ाक को अब जी लेने दो-
क्यों ज़िंदा कर रखा है, मुर्दे को अपनी ज़िंदगी में?
क्या अमर कर देना चाहते हो?
देख लो, कहीं ऐसा ना हो की अपने कर्मों के चलते,
तुम्हारे दावों के चलते,
अमर हो जाएँ वो,
जिनसे तुम हमको मुक्ति देना चाहते हो।
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Remembering Bharat Ratan Rajiv Gandhi Ji on his death anniversary......
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कुछ तजुर्बे ज़िंदगी के तबाह कर गए
हम कुछ कर न सके, हम फ़ना हो गए-
#Anti-Terrorism Day #Rajiv Gandhi Assassination day #21 May
पायलट, राजनेता,
जो इक हादसे से बना,
और दूसरे हादसे ने उसकी जान लेली,
आतंकवाद को जड़ से मिटाने का बीड़ा उठाया,
उसने श्रीलंका की मदद के लिए लिट्टे को खुले आम चेताया,
इंदिरा के बाद कांग्रेस की बागडोर इन्होंने संभाली,
राजनीति में इनका प्रवेश, मजबूरी ही थी खाली,
20 अगस्त, इनका जन्म दिवस, सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है,
उस दिन देश का प्रधानमंत्री, श्रद्धांजलि देने "वीर भूमि" अवश्य जाता है,
और आज का दिन 21 मई है, आतंकवाद विरोधी दिवस,
वो दिन था भारतीय इतिहास में जैसे अमावस,
मरणोपरांत भारत रत्न, और कई योजनाएं और राष्ट्रीय उद्यान हैं राजीव के नाम पर,
ऐसे युवा प्रधानमंत्री, आतंकवाद के कट्टर विरोधी, हर बच्चे को गर्व है इनके काम पर...-
कंप्यूटर क्रांति के जनक सह नवोदय विद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय राजीव गाँधी जी को शत शत नमन करता हूँ| राजीव गाँधी ने देश और समाज के लिए जो योगदान दिया था वो नही भूला जा सकता है| जब भारत टेक्नोलॉजी जैसी परिस्थितियों से जूझ रहा था तो उस समय राजीव गांधी ने भारतीय वैज्ञानिकों के साथ वार्ता कर उनसे मिल कर देश में विकसित पूर्ण स्वदेशी सुपर कंप्यूटर पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत किया| ये उनकी काबिलियत और जज्बे को प्रदर्शित करती है|आपके द्वारा स्थापित नवोदय विद्यालय का पुरे भारतवर्ष में कोई जोड़ नहीं।🙏🙏🙏
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इस देश के लिये ,
अपनो का रक्त और वक़्त भी दिया
सपनो को देखने और उनको पूरा करने कि लिए
IIT और IIM शिक्षण संस्थान भी दिया .
MANAREGA हो या BHAKRA DAM
Telecom Revolution हो या Computerization
अगर वो भी चाय के साथ पकोड़े ले के बैठ जाते
तो आज हम अपनो का इलाज करवाने AIIMS में ना जा पाते !
हिंदू हों या मुस्लिम , सिख हो या ईसाई
सबका साथ सबका विकास किया
फिर पूछते हो इस देश के लिए उन्होंने 70 साल में क्या किया !-