Happy World poetry day all the poets and poetesses on YQ😊. Keep writing...keep motivating😊🌹
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दोनों ही इश्क़ में है ,दोनों ही खुली किताब हैं ...
तेरी हिन्दी खराब है ,मेरी उर्दू ख़राब हैं ...!!-
हाँ थी तो कुछ सहज सरल सी ही मैं
पर काविशे मुकम्मल ना होने पर ..
उसने बदचलन कह दिया
चलिए मान लेते हैं मैं बदचलन हूँ ...
सुनो ..
ज़रा नज़र तो मिलाना मुझे शराफ़त देखनी हैं ।-
तेरे मेरे बीच ...
अलग कुछ भी नहीं
और आज वाकई बीच बाँकी कुछ.. भी नहीं !!-
Its not for followers, some write
Through the verses, they wish to be recognised.
But, encouragements are healthy for poets,
Supporting each other in times of doomness.
Praises are like chutney in your diet
Don't satisfy your hunger, but your appetite .
Some ask-" when few readers, why to write ?"
For some, letting go of pain like a kite,
Revealing future generations, pen's might
After all, histories are also seen through their sight.-
कभी तो खुद को
मेरी जगह रखा होता
आसा नहीं है यू किसी को भुलाना
महसूस तुमने भी किया होता ...
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ये ख्वाब इन आँखों का
मुकम्मल हो जाए
मैं तुझमे खुद को पा लु
तू मुझमे खो जाए .....
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वो लड़कियाँ जो..
रातों को जागकर
निद्रा को त्यागकर
भूख-प्यास भूलकर
बिखरे काजलों में
उलझी लटों के साथ
सँवारती रहती हैं
शब्दों को...
निश्चय ही
अपना 'सौंदर्य'
समर्पित कर देती हैं
अपनी कविताओं को।-
और जब तुम लौटोगे ...
कुछ बदल सा जाएगा मुझमे
कुछ टूट सा जाएगा मुझमे
कुछ छुट सा जाएगा मुझमे
कुछ खो सा जाएगा मुझमे
पर फिर भी कही ...
तू बाकी रह जाएगा मुझमे ...!!!
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