"जो हमसे पहले था वो हमारे बाद भी रहेगा
हम रहें या ना रहें वो निर्विवाद रहेगा "-
मन मंदिर विच यार बिठाया
फिर इश्क़ च अपना आप गवाया
यार दे इक हल्के जे हासे उत्तो
असा अपना तन मन वार मुकाया
सिर थर के यार दे कदमा दे विच
असा जन्नत दा फिर द्वारा पाया
दिल दिया लगिया हुन दिल ही जाने
अक्ला नू कुज समझ ना आया
अखियां दे नाल पढ़ के यार नू
नी मैं दिल दी तख्ती ते लिखदी जावा
सैंयो नी मेनू इश्क़ हो गया
कमली होके सब नू सनावा
यार मेरा साहा दा साह
ते मैं कोजी होके भी प्रीत लगावा
सदके जावा उना साहा दे
जीना कोजी नू भी गले लाया-
Apna aap sudhar (part 3)
जियू फूला दा होना खुशबूदार ज़रूरी ए
इंसाना विच होना एदा प्यार ज़रूरी ए
रंग भावे काला पर बोली है कमाल दी
मतलब दी इस दुनिया विच भी
रहे हिरदे नू ठार दी
ऐसी बोली बोल के सभ दे
हिरदे विच असी घर कर जाईए
बोलन नालो बदे बिकारा
बेहतर है की चुप कर जाईए
शांति दा बनेगा माहौल इस जग विच
गल किसे दी जे कर ज़रिए
सारी दुनिया सभर जाए गी
अपना आप सुधार जे करीये।
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सब कुछ खुद कर
बस मेरा नाम कर देता है
जे मेरा मुर्शिद भी कमाल है साहब
बिन कहे ही मेरे सारे काम कर देता है ।-
नफरत मिटेगी दुनिया तो
दिल अपना विशाल जे करिए
सारी दुनिया सवर जाएगी
अपना आप सुधार जे करिए।
#अपना_ आप_ सुधार _पार्ट 4-
खुदा को ढूंढना था, निकले थे खोज में
दर-ब-दर जाकर देखा,
मिला ना कोई दर मेरी इस खोज में...-
मेरी एक एक धड़कन
तेरी ही कर्जदार है
सांसे जो है चल रही
तेरा ही उपहार है
तेरी ही रोशनी से
रोशन है जीवन मेरा
रहमतों से तेरी ही
मेरी ज़िन्दगी खुशहाल है ।-