माँ-बाप सी मोहब्बत कोई ना कर पाएगा मुझे, उनकी छवी ला सको तो चले आओ। खुशी मे तो लाखो साथ है, मै तुम्हारे गम की हिस्सेदार बनना चाहती हूँ, अगर बाट सको दर्द-ए-गम तो चले आओ।।
हटा दे हर किस्सा जो तुझे 'तु' नही, सब जैसा बनाता है। तु गलतियों से बना है तो कोई बात नही, तेरा अश्क़ तुझे पाक बनाता है । मैं भी जख्मों से बनी हूँ , बहा दे जो तेरे दिल मे कैद है। एक पल किसी के साथ बैठ के, रो लेने मे क्या जाता है।
कितनी अजीब बात है ना , जिसने हमें जिंदगी दि ! उस मां-बाप से हमने कभी नहीं कहा कि , आप मेरी जिंदगी हो । लेकिन जिन्दगी में मिलें कल के एक अजनबी से , ये जरूर कहते हैं :- तुम मेरी जिंदगी हो ........ तुम हो तो मैं हूं !!!!!!!!!!!