Tum alag hokar bhi alag na huye
Juda hokar bhi......
Tumne aaj bhi mere zindagi k raste mein aai musibat ko dur kia
Juda hokar bhi.......
Tum dur reh kar bhi pas rahe mere hmesha
Kaise bhoola du tumhe tumne to dur rehkar bhi meri masumiyat ko khone na dia
Juda hokar bhi.....-
Socha tha sath na rah sake to koi baat nhi
Sath hum zindgi bhar nibhaenge
Wo intzar m the kab honge hum dur unse
Aur kab wo is musibat se chutkara paenge-
आसमां पे चांद, चांद पर अब हम हैं,
मुसीबत इस जहां में हर कदम हैं,
आओ आसमां पे अपना निशां बना दें,
क्या हम किसी सितारे से कम हैं।-
दुखो का दरिया आँखों से बह गया ,
मुसीबतो का कहर ,खुद की गलतियों से टूट गया .-
की कोई श्रंगार नहीं कोई फिर भी दुनिया की खूबसूरती भी फीकी पड़ जाती है l
क्योंकि वह मां है उसके आगे किसी की खूबसूरती कहां टिक पाती है ll
की अपने दुखों के आंसुओं को भी अमृत समझ कर भी जाती है l
क्योंकि वह मां है वह अपना दुख कहां किसी को बताती है ll
की अपनी ख्वाहिशों को छोड़ अपने बच्चों की ख्वाहिशों के लिए सब कुछ न्योछावर कर जाती है l
क्योंकि वह मां है उसकी इच्छाएं कहां किसी को समझ आती है ll
कि हंसकर जीवन की परेशानियों भी बड़ी सरलता हल कर जाती है l
क्योंकि वह मां है एक योद्धा की ताकत भी उसके आगे कमजोर पड़ जाती है ll
कि अपने परिवार अपने बच्चों के खातिर कितना कुछ कर जाती है l
क्योंकि वह मां है भगवान की मूरत से भी बढ़कर सबको मां की ममता प्यारी होती है ll
की मां तो मां होती है बच्चों की ताकत भी तो एक मां ही होती है l क्योंकि दुनिया में भगवान से पहले मां इसीलिए पूजी जाती है ll
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यूँ जो डरा-सहमा खड़ा है तू मुसीबतों के सामने,
बड़े फ़ख्र से चुनकर दिया था तेरा नाम ऊपर वाले ने!-
Khanzer si dil me aa chubhi h
Ye baat kisi se na chupi h
Ghayal ho rha h dil, ye kaisi gadhi h
Pta nhi konsi musibat aan padi h-
मन को मुसीबतों की ऐसी लत लगी।
कि अब मुसीबत नहीं भी होती
तो भी मुसीबत होने लगती है।-
Sabar kar bande musibat ke din bhi guzar jayenge
hassi udane wale ke chehre bhi utar jayenge-
Ye Baris Ka Mousam Bhi,
Bahut Ajib Hota Hain..
Pyaar Kadne Walon Ke Liye "Suhana"
Garmi Se Padesaan Logo Ke Liye "Rahat"
Aur Paani Main Dube Logon Ke Liye "Musibat"-