माँ की भावनाआें का कैसा भाव है ,
पिता का खुश रहना सिर्फ दिखाव है ,
तुम्हें मालूम है...
उस माँ ने कितने दर्द उठाए हैं ,
उस पिता ने कितने सपने लुटाए हैं ,
तुम्हें मालूम है...
पिता के दिल में कितना दुःख है ,
उस माँ का दिल कितना नाजुक है ,
तुम्हें मालूम है...
उस प्यारी माँ का प्यार तो सबको दिखता है ,
उस पिता का गुस्सा भी तो लाखों में बिकता है ,
तुम्हें मालूम है...
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