चांद से बात होगी,
आज उनसे मुलाकात होगी...
दिल की बातें जो थी,
आज वो जुबान पे आएंगी,
बरसो से जिसे रोका था,
उस जज़्बात की,
आज नुमाइश होगी,
हा आज उनसे मुलाकात होगी...
छुपाके रखे थे जो खाब,
आज तक इस दिल में,
हकीकत वो बन जाएंगे,
लब से लब टकराएंगे,
और आंखों से बरसात होगी,
हा आज उनसे मुलाकात होगी...
आयिने में खुद को देखेंगे,
जुल्फों को सवार लेंगे,
चांद के चमक से,
खुद की तुलना होगी,
इश्क़ की आज आमाइश होगी,
हा आज उनसे मुलाकात होगी...
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