किसी को तो सच्चा प्यार मिलता है
और किसी को प्यारा यार मिलता है
ख़्वाब किसी के जो कोई भी देखे
उसको न कभी भी क़रार मिलता है
आरज़ू किसी ने ख़ुशी की जो की
उसको न मौसम-ए-बहार मिलता है
दीद-ए-यार में दर-बदर घूमते है जो
मर जाते हैं वो न दीदार मिलता है
मिले मोहब्बत तो क़द्र करना तुम
ये तोहफ़ा बस एक बार मिलता है
उजालो से कोई गिला नही हमको
ख़ुद जलते हैं तो अनवार मिलता है-
29 JUN 2020 AT 15:28
24 APR 2019 AT 20:28
Plz Read this beautiful poem...
In caption...And must put...
Your views in comment box...
💔 शीर्षक- क्यों नहीं मिलता..??💔
वो हाथ मिलाता है...
गले क्यों नहीं मिलता...
हमें जिस से मोहब्बत होती है...
आखिरकार वो ही हमें...
क्यों नहीं मिलता...??
वो ही हमें क्यों नहीं मिलता...??
-
4 APR 2021 AT 10:56
Uske Dar Per Sukoon Milta Hai
Uske Ibaadat Se Noor Milta Hai
Jo Jhuk Gaya Allah Ke Sajde Mein
Usse Kuch Na Kuch Jarur Milta Hai.-
18 AUG 2020 AT 12:37
Musibat main koi salah de ya na de..
Per koi sath de tho sukun milta hain..-
24 JUN 2020 AT 7:45
ना दिखता हे फिर भी होता है तू ,
ज़िक्र तुम्हारा क्या करे हर लफ्ज़ में झलकता है तू-
23 JUL 2020 AT 20:19
मिलने की तरह मुझ से वो पल भर नहीं मिलता
दिल उस से मिला जिस से मुक़द्दर नहीं मिलता-