निग़ाहों में देखकर वो मुझे बात करता नही
उसे महोब्बत हैं मुझें इज़हार वो करता नही
छुपाता हैं वो मुझसे अपना इश्क़ और वो
आँखे मिलाने की गुस्ताख़ी मुझसे करता नही
हजारों के सामने मुझें पाने के दावे करता हैं
मेरे सामने आकर अपना इश्क़ कबूल करता नही
मेरी निगाहें जभी उसे टकराती है वो अपनी निगाहें
झुका लेता है मुझसे महोब्बत हैं वो मानता नही
दो दिलों का मिलना बाकी फिर भी वो सबसे के
सामने मुझें कबूल करने से तनिक भी कतराता नही
वो मेरी मंजूरी जानता नही कहीं में उसका दिल
तोड़ न दूँ वो इसलिए अपना इश्क़ ज़ाहिर करता नही
हाय!दूर से भी उसकी निगाहों में प्यार झलकता है
फिर भी मेरे सामने आने से पहेले ही महोब्बत को जानता नहीं
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जो चाहा वो मिल नहीं रहा..🥀
तो क्यों ना जो मिला उसे ही चाहा जाए..♥️-
Kashish aisi ho
Ke ishq hi junoon ban jaaye,
Aur junoon aisa ho
Ke jiski junooniyat ki had hi,
Beyhadh ban jaaye!!-
अच्छी किताबें और अच्छे लोग,
तुरंत समझ नहीं आते...
उन्हें पढ़ना पड़ता है..-
Zindagi ek chadta hua badal hai, ek saya hai.
Isme bas aaj hai, aur kal fakat ek maya hai.
زندگی اک چڑتا بادل ہے، اک سایہ ہے۔
اس میں بس آج ہے، اور کل فقط اک مایا ہے۔
Life, a rising cloud/ a shadow, i.e., today,
where tomorrow is nothing but a miracle.-
Tuzse jude meri mohabbat ki
har dastaan aisi hogi,
K beintehaan baarish mai
Bepanaah pyaar ki,
har had hi, Beyhadh hogi!!-
बाकी सब तो मोह माया है ....
मेरा कोई कुछ क्या बिगाड़ेगा
मेरे ऊपर तो स्वयं महाकाल की छाया है...
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शायद खामोशिया यु ही नहीं,
ना जाने क्या वजह पर कुछ दिनों से..
सभी रिश्तो में कर्फ्यू सा लगा है...
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शब्दों के माया जाल में नहीं फसना चाहिए,
अरे आप तो शादी शुदा हो आपको तो पता होना चाहिए....-
Dard ki bhi apni hi ek ada hai,
Vo bardash krne wale pr fida hai..-