महाकाल की हैं एक महाकाली भी
जो हैं शिवप्रिया , शिवशक्ति भी
सृष्टि का आधार शिव, और हैं
वो शिव की अर्धांगिनी भी
शिव से हम पूर्ण हैं, और बिना
उनके शिव हैं स्वयं अपूर्ण भी,
तभी तो कहते स्वयं को "शव"
शिव बिना "शक्ति" के
ऊर्जा हैं शिव ,और शक्ति हैं शिवप्राण भी,
नारी से ही जीवन ऊर्जा हैं, बन
अर्धनारीश्वर देते जग को यही ज्ञान भी🙏🙏,-
प्रेम में नारी राधा बने गृहिणी में सीता
और जब बात हो आत्मा सम्मान की तब महाकाली बनकर सिर भी काटे-
शिव की अर्धांगिनी
है जग तारिणी
कैलाश की गृह स्वामिनी
माँ कपालिनी
असुरों के संहार हेतु
है आस्तित्व आदि शक्ति का
हुआ विनाश असुरों का
जब उठा शस्त्र महाकाली का
-
श्मशान की शांति में दबा इक शोर हूँ मैं।
महादेव का प्रिय भक्त औढण अघोर हूँ मैं ॥
............ 😡
.............. जय_महाकाल......... 🔱 😡
🙏👁️🔥👁️🙏-
क्रोध आवेग!!
यम शमशान से बोल रहा
क्रोध आवेग बढ़ता जा रहा,
अब प्रलय मृत्यु को तोल रहा,
विकराल काल मुख खोल रहा।
(कृपया अनुशीर्षक पढ़े)-
हर कोई उसे चाहता है
पर उसने सिर्फ एक को चाहा
वो शक्ति ही थी शिव की
जिसने बैरागी को गृहस्थ बनाया...-
मैं अन्त हूँ
मैं आरम्भ हूँ
मैं सृजन हूँ
मैं विनाश हूँ
मैं ममता हूँ
मैं कुरुड़ हूँ
मैं करुणा हूँ
मैं ब्रह्माण्ड हूँ
मैं तुम हूँ
मैं कल्याणि हूँ
मैं काल हूँ
मैं ही महाकाली हूँ
-