अस्सी की उम्र में एक फोन आया
नाम सुन कर क्या-क्या नहीं याद आया
विश्वास कर पाने के बाद
सारा पिछला जीवन लगा सामने आया
वो बातें,बरसातें, कहकहे,लड़ाई,
नई बन कर खुशियाँ लाई
क्यों तुम सबको क्यों हँसी आई?
प्यार सच्चा चाहिए, उम्र और
शक्ल का क्या भाई?
वो तो वक्त के साथ बदल ही जाती है
सम्भाल कर रखें दिल की
गहराई।
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