ट्रेन के खाली डब्बों सी है जिंदगी
सफ़र में सब होते हैं , हमसफ़र में नही-
चलो न ज़िंदा लाश नही
सांस भरती विश्वाश बन जाऊं
अवतार नही तो बस इंसान बन जाऊं-
आत्म संवाद
स्त्री - मैं ब्रम्हा की सर्वश्रेष्ठ कृति हूँ
मान हूँ , मर्यादित हूँ , अखंड रूप
जननी जगदम्बा हूँ , स्नेह कि धुरी , जीवन पर्यंत चलती पीछे ,पर सहचरी हूँ
स्त्री - मैं फ़िर क्यों घृणित हूँ?
फिर मैं क्यों उपेक्षित हूँ?
मैं फ़िर क्यों नही सुरक्षित हूँ?
फ़िर मैं क्यों स्वनिर्वासित हूँ-
Neither you are going to be cured by crying nor your problem will be solved.
So don't cry just do one more try.-
आप बाहरी प्रकाश के बल पर अंधेरे रास्तों से भरे मंजिल को नहीं पा सकते।
आपको मंजिल पाने के लिए हौसला रूपी आंतरिक प्रकाश का जरूरत होगा।-
Life is a blank paper
write ,erase ,learn
make mistakes
but don't leave blank..-
Baat sirf itni si h
k baat karne k liye topic ni ...
Feelings zaruri h-
Dear Me... Trust Me...!
Oneday I'll bloom again
But this time without Him..!
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“सब कहते हैं,
मैं बहुत समझदार हूँ,
तो सबको मैं ही समझूँ क्या,
मुझे समझने वाला कोई नहीं है!!"
_सपना राजपूत✍️-