तुमसे बात करने पर
तुम इतराती बहुत हो..
क़दर मेरा! उनसे पूछो जो आँसू बहुत बहाये हैं सिर्फ मुझे पाने के लिये..-
*गलतफहमियों में फँस गया था वो रिश्ता,*
*वरना कुछ वादें तो अगले जनम के भी थे-
खोने से डरता हूँ जिसे, मेरी वो फिक्र हो तुम,
करना चाहूं पर कर न पाऊँ, वो जिक्र हो तुम।।-
बदले बदले से लग रहे है...
आज अंदाज़ उनके लगता है कहीं..
मोहब्बत में फिर से हमें कोई इम्तेहान तो नहीं देना पड़ेगा
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खूबसूरत चेहरे से लड़के/ लड़कियां
पटायी जा सकती हैं मेरे दोस्त,
पैसे कमाने के लिए
काबिल बनना पड़ता हैं।।-
दिये थे कभी जो खजाने ढूढ़ते है
नये जमाने मे कुछ दिन पुराने ढूढ़ते है-
बाबा तेरा नाम महान महान,लिख कर संविधान
क्या देश का कल्याण,
अगर न लिखते देश का संविधान कभी न मिलता हमको अधिकार,रहती आज भी गुलामो सा हाल
बाबा तेरा नाम महान, लिख कर
संविधान किया देश का कल्याण
अगर न होते बाबा आप,रोते रहता हमारा पूरा समाज।
आप की कृपा है महान,कभी न चुका पाएंगे आपका बलिदान,बाबा तेरा नाम महान, लिख कर संविधान क्या देश का कल्याण
सदियो से थे अशिकशित, आप ने बनाया सबको शिक्षित।।।🙏
दबे कुचले थे ,गिरते थे मरते थे आप ने बनाया हमको बलवान,बाबा आपका हर काम महान
लिख कर संविधान किया ,देश का कल्याण।।
सदियो से जी रहे थे गुलामी की जिंदगी,जानवरो से भी बदतर थी जिंदगी,तब नही आये थे कोई देवी और देवता तब आप ही आये थे बनकर अवतार ,
सही मायने में आप ही है हमारे भगवान्
कितना है, आपका उपकार कैसे चुकाय हम
क्यों न आपके बताय रास्ते पे आगे बढ़ते जाय हम।।
सच में बाबा तेरा नाम महान...........
जय भीम ,,।।
K.S.P
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कभी कभी एक सवाल मुझे सताता बहुत हैं।।
कि -हम मिले ही क्यों थे?
जब हमे मिलना ही नही था।।।
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बचपन से था ख्वाब बनूँगा Dr ,
करूँगा लोगो का इलाज....
अब लगता है,होगा पूरा जो देखा था ख्याब
पर ये Journey इतना भी नही था असान,
इसके पीछे बहुत सारा देना पड़ा था बलिदान।।
ओ दोस्तों के साथ घूमना ओ मौज मस्ती,
सब करना पड़ा था बन्द, क्योंकि.....
एग्जाम में लाना था अच्छा अंक।।।।
तभी तो पूरे होते ओ ख्वाब जो ,
खुली आँखों से देखे थे सारी-सारी रात।।-