इज़हार देखा तूने मेरा...मेरा इश्क़ भी,
सब्र करो थोड़ा
इन्तेक़ाम अभी बाकी है।-
Ishq ki baatein na kar bewafa hamse...
Nhi to phir inteqam le lega a Dil tujhse...-
इंतकाम 😀😁,
बनाया एक चांद को हमने अपना हमराह,
पर पता नहीं था कि कई सारे उपग्रह उसके चक्कर काट रहे हैं,
क्या जमकर तुड़ाई की है सालों ने हमारी
परसों पीटा था और आज तक घरवाले इसी बात पर डांट रहे हैं।
पिटने का कोई गम नहीं बस गम इस बात का है
कि चांद ने अपने घर बुलाकर पिटवाया है,
इंतकाम तो लेकर रहेंगे भले ही फिर से देह लाल हो
प्लान यह है कि अब चांद को नहीं उसकी छोटी बहन को फांस रहे हैं।
😀😂😁😀😀😉-
सारे झूठ का पर्दाफाश हो गया,
जा, आज तुझे अपने दिल से रुख़सत की है,
नाराजगी का दौर ख़त्म हुआ अब,
देख, तेरे दरवाजे पर नफ़रत ने दस्तक दी है,
पहली ही मुलाक़ात में तनमना सी गयी हो,
अरे ! अभी तो बस उसने अपनी तआरुफ़ दी है,
यूं ही नहीं पन्नों पर नफ़रत उतरने लगी,
हमने बेइंतेहा तुमसे जो मोहब्बत की है-
Abhi Sham baki hai abhi kuch kam baki hai
abhi tuta nahin Hun main abhi inteqam baki hai-
Har Mere Zakhm Par Bas Hai Naam Tera,
Kitna Sang Dil Tha Woh Inteqaam Tera !!!-
Dil tod ke chala gaya
Aneka intazaar kiya tha
Nahi aaya toh kya hua
Mein bhi bhul gaya
Inteqam lena tha....
Haan thoda dard toh hua
Chhupa nahi paya,
Chhupa ke kya fayda
Dekhke bhi toh koi puchh ne nahi aaya.-
एक दरख्वाइस है जिंदगी से कि जिंदगी थोड़ी आसान हो।
मौत से ही हो दोस्ती और मौत से ही इंतकाम हो।।-
Thukra diya tha pyaar mera,
Aur keh diya,"tujhme koi baat nhi he" !
Ab khud-ba-khud tu meri hone aa rahi he,
Dafah hoja,"ab meri hone ke liye teri aukat nhi he" !-