मेरे दिल की थी रानी, उसने ही वीरान किया है ।
छोड़कर बीच सफर में मुझे, किसी और से निकाह किया है।
पूछ लेते खुद अपने दिल से ,तूमने क्या किया है।
बेइंतहा मोहब्बत करने वाले पे, क्यों गुनाह किया है।
जो जानता था बस एक राह ,उस पर ये वार किया है।
गुजरेगी क्या उस पर आगे, क्या ये विचार किया है।
चलो माँ-बाप की रखी इज्ज़त,कुछ तो सही किया है।
जिसके किया हवाले तुझे,वो ही तेरा पिया है।
हमने भी नये सिरे जीना,आगे शुरू किया है।
बस तू खुश रहे जिन्दगीभर,अब तेरा शुक्रिया है।-
तेरे नज़रों के तीर इतने शातिर है,
की पता ही नही चलता
किस के खातिर हैं।-
इंसानियत मरी नही बस कुछ लोगो मे शैतान अब तक जिंदा है।।।
जिन्होंने नारी को लूटा नोचा उनको भी सजा मिली है बस ये क्रूरता का पिशाच कुछ में जिंदा है।
द्रोपर्दी भी दुशासन से लूटी नही थी।क्योंकि उसे बचाने वाला वो कृष्ण आज भी उस गीता में अब तक जिंदा है।-
किसीको अपना कहना
और किसीको अपना मानना
दोनों ही बातों में बहुत अंतर है..
क्योंकि आजकल अपने ही दिल से दूर है..।-
Jisko jo kahna hain
Kahne do
Apna Kya jaata hai.
Yeh toh waqt waqt ki baat hain
Waqt sabka aata hain.-
संघर्षों से सफलता की पहचान....
हर काली रात के बाद नया सवेरा आता है ,
दुख के बाद ही तो सुख का डेरा आता है ।
चंद लम्हों की मुश्किलों से न हो हैरान ,
क्योंकि मुश्किलों का सफर बनाता है जीवन को आसान ।
हौसले हो बुलंद तो खुदा साथ रहता है ,
दिल में अगर ठान लो तो दिमाग भी वही कहता है ।
जिन्दगी की समस्याओं से ना हो परेशान ,
संघर्षों के बाद ही होती है खुद की पहचान ।
संघर्षों से ना हो निराश मन में तू रख विश्वास ,
नयी आशाओं के साथ तू कर खुद की तलाश ।
दस्तूरे - जिन्दगी की यही रीत है ,
हार के बाद ही जीत है ।
अपनी कामयाबी से हर इंसान जाना जाता है ,
वरना दूसरों की तारीफ करना किसको भाता है ।
हर काली रात के बाद नया सवेरा आता है ,
दुख के बाद ही तो सुख का डेरा आता है ।
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तेरी तारीफ में क्या कहूँ,
मैं तो हर वक़्त तेरे ख्यालों में डूबी रहूँ,
तेरी बातों को याद कर मुस्कुराना,
अब तो हमें पागल कहने लगा ज़माना|-
जहाँ जहाँ कोई ठोकर है मेरी किस्मत में,
वहीं वहीं लिए फिरती है मेरी ज़िन्दगी मुझको।-
मेरी आँखों में छुपी उदासी को
महसूस तो कर
हम वह हैं जो सब को हंसा कर
रात भर रोते हैं।-
भले ही कोई हो या ना हो
तुम हमेशा होते ही हो..
क्योंकि मुझे समझते जो हो-