Kiran Shrivas 24 NOV 2020 AT 12:14 जीतना ही है तो स्त्री का दिल जीतिए....एक दिन वो स्वयं आपके समक्ष सर्वस्व हार जायेगी....❤️❤️❤️ - Parul Pramanik 16 JAN 2021 AT 9:30 ये दिल धड़कते-धड़कते, धड़कना ही छोड़ दिया💔 - Kamini Raghav 8 OCT 2020 AT 11:49 धुंधली सी कुछ यादें हैं,जो दिल में समाए रहती है।बूंद पड़े अगर जो कभी,तो बरसात सी कर जाती है।निकल के आंसुओं की तरह,जो बहने को राह ढूंढ़ती है।गर चढ़ाव आए तो कभी,इस तकिए में सोख जाती है।❤️❤️❤️ - Parul Pramanik 13 FEB 2021 AT 8:35 हवस के इस दौर में भी ये शायरा,आज भी दर्द लिखना चाहती है💔 - Parul Pramanik 5 JAN 2021 AT 11:09 इत्तेफ़ाक भी मैंने,उसके साथ सजाई, जिसकी चाहत में सिर्फ और सिर्फ, इनकार ही लिखा था💔 - Sneha sah 4 JUL 2020 AT 9:24 मुरझाए पत्ते सी हूँ मैं बारीश की बूंदो सा है तू लफ्ज़ो में जो हो ना सके बयां ऐसा ही किस्सा है तू - Pallavi Chauhan 13 MAY 2020 AT 7:13 तू मेरी आँखो में भी देख सकता था.....!!तूने फकत मेरे हाथ देखे भीख मांगने वाले.....!!😌😢😢😌 - Kishan Kumar 22 JUN 2019 AT 19:45 छुपाकर हसी के पीछे वो कैसे तकलीफ के बीज बोई होगीदुखाकर दिल मेरा वो कैसे रात को चैन से सोई होगी - Farheen Siddiqui 16 JAN 2021 AT 10:07 रूह की नब्ज थम गई,जब तूने जफा_ए_इश्क से रूबरू कराया....! - Zephyr Limns 6 FEB 2019 AT 14:08 After healing,now I miss those days,atleast pain was thereto embrace me. -