Hold my breath,
until the aroma of peace comes to the orchard of our hardtime.-
3 APR 2019 AT 14:49
26 FEB 2019 AT 20:19
आज यह चर्ख तक कह बैठा......
रूह बिखरी है किसी शायर की...
बे-मौसम ही सही.......
अश्क बहाने को मजबूर हूँ मैं भी।।-
19 JUN 2020 AT 12:35
वक्त की आँधी में मैंने खुदको है खोया था ,
जनाब...
नमक के पानी से मैंने अपने जख्मों को धोया था!!-
17 DEC 2018 AT 15:12
If you can't be with me in my hard time then I don't need you in my happy time...
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16 DEC 2019 AT 22:49
ऐ जिन्दगी!!! इस 'राज़' से 'पर्दा' हटा दे तू
है 'दुश्मनी' कोई , या, तेरी 'फित़रत' ही ऐसी है..-
18 FEB 2019 AT 19:56
तुम मेरे उन गुनाहों का हिसाब लगा कर बैठे हो जो मैने कभी किये ही नही...
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