"काबिलों"
को
"कृपा"
"नसीब"
नहीं हुआ करती...
"कृपा"
के
लिए
"फकीर"
होना होता है...-
घर अंदर ही अंदर , टूट जाते है ;
मकान खड़े रहते हैं , बेशर्मो की तरह !-
Her Kisi Ke Liye Dua Kiya Karo
Kya Pataa . . . . . . . . . ? ?
Kisi Ki Qismat Tumhari Dua Ka
Intezar Kar Rahi Ho
Islamic duniya-
Baarish ki aahat bhi
Mumbai ko rulati hai
Jab sawaan ke mahine mein
Yeh jhoom ke aati hai
Badi dhoom yeh machati hai
Puri Mumbai ko duba jaati hai
Pehle Mumbai vasi baarish ka intezaar karte the
Ab toh ghabra jaate hai
Kyo ki ghar baar unke
Paani mein beh jaate hai
Phir se apne aap ko khada karna aasaan nahi hota
Agar mumba devi ka hum par ashirvad nahi hota
Manyata hai har shehr ki alag
Mumbai ki bhi ek kahani hai
Koi baarish ya tufaan Mumbai ko duba nahi sakti
Kyo ki Samundar par baithe Haji Ali bahut chamatkari hai.-
यूँ तो काफी मिर्च - मसाले है
इस जिंदगी मे
तुम्हारे बिना जायका फिर भी
फीका ही लगता है-
हमें देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं।
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मुंबई एक अलग पहचान रखती है
अपने हों या पराए हर किसी का ध्यान रखती है
ये शहर नहीं, छोटा हिंदुस्तान है दोस्तों
ये हर कोने से आए लोगों की दास्तान लिखती है
सुबह की शुरुआत दूध वाले भैया से होती है
नाश्ते में इडली वाले अन्ना की याद आती है
बेस्ट बस में 'चला चला पुढ़े चला' मास्टर चिल्लाता है
लोकल ट्रेन का धक्का सबको काम पर पहुंचता है
लोकल का हाल मत पूछो, लाइफ लाइन है ये
कितनी भी भीड़ हो जाए, हमारे लिए सबसे फाइन है ये
वडा पाव किसी के ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर का सहारा है
नहीं अमीर गरीब का भेदभाव क्याेंकि ये सबको बड़ा प्यारा है
यहां हाजी अली के डगर की महालक्ष्मी स्टेशन से शुरुआत होती है
और मुंबा देवी जाने वालो की मस्जिद स्टेशन से मुलाक़ात होती है
समंदर का किनारा यहां सबको दूर दूर से खीच लाता है
और मरीन ड्राइव की लहरों का संगीत दिल को सुकून पहुंचता है
गणपति की धूम सदा सबके दिल में बस्ती है
और यहां बप्पा से बड़ी नहीं दूसरी कोई हस्ती है
रमज़ान ईद की रौनक मोहम्मद अली रोड जाकर देखो
और मदर मेरी फीस्ट में माउंट मेरी आकर देखो
सब धर्म सब जाती, सब प्रांत के लोग यहां बस्ते हैं
ईद, दीवाली, होली, क्रिसमस में मिलकर खूब हंसते हैं
बरसात, आतंवाद, बॉम ब्लास्ट की मार इसको पड़ती है
लेकिन अगले ही दिन पूरे जोश से मेरी मुंबई फिर आगे बढ़ती है
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इस अजनबी शहर में मेरी मयूसियां कही खो गई
कभी रिश्ते नए थे हमारे अब मोहब्बत हो गई-