kuch aise ghatiya log hai jo request karte hai ki please follow me aur jab koi follow kar deta hai toh for usko unfollow karke tismaar khan ban jate hai .sharam aati hai aise tuksh mansikta walo par .
ab kisi ne aisa kiya na mere profile par
toh samjhauga nahi sidhe badhiya wale slok suna dunga ...
agar kisi ki post achi lagti hai toh like karo aur follow karo but ye bikhari wali harkate na kiya karo ki plese follow me aur like me...-
बातें!
अक्सर हम कहते हैं कि हमें लोगों की बातों से फ़र्क नहीं पड़ना चाहिए।
क्योंकि लोगों का काम है कहना
पर कुछ बातें दिल में चुभ सी जाती हैं उसे कहने वाला इंसान
हमेशा के लिए आंखों में गिर जाता है
और जब जब नज़रें उसे देखती है तो फिर वहीं
बात याद आती हैं
कभी कभी तो समझ नहीं आता कि लोगों को क्या मिल
जाता होगा?
एक ऐसे इंसान को दुःखी करने जिसने
कभी ठीक से ख़ुश होना भी नहीं सीखा है
फ़िर वहीं लोग मिलते तो ऐसे हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं
"हैरानी होती हैं
ऐसे लोगों को देख के जो इतने गिरे
और दिल के इतने नीच होते हैं।"
(बातें इतनी आसानी से भूलती नहीं
कुछ तो मरते दम तक याद रहती हैं
इस लिए अपने शब्दों का चयन ठीक से करें)
किसी के दिल को दुखाने से बड़ा कोई अपराध नहीं
पर ये बात और है कि इसके लिए अभी तक
संविधान में कोई प्रावधान नहीं।-
Desh kitna bhi digital or modern ho jaaye
Soch to wahi ghatiya or chhoti hi rahegi-
इस घटिया समाज के नियमों से ,
आज भी लड़कियों मे पावंदी है
खुद को सुधारते नही हैं ये लोग
और कहते हैं कि सामने वाले की नजरें गंदी हैं
-
Aankhon pe chasma,,
Chehra noorani...
Kyu hai logo ko
Chasme se Pareshani...-
जिस्मो से खेलते हो और कहते प्यार हो !
अगर तुम्हारी भी यही सोच है तो हाँ मेरे यार तुम बेकार हो !-
लड़की हुई तो मिठाई भी ना
बाटी किसी ने
और दुनिया भर में बहु हीरे जैसे
दूंढते फिरते हैं-
कुछ मर्दों की सोच बताने की कोशिश की है,
जो ऐसी घटिया सोच रखते है और ख़ुदको मर्द बताते है,
लेकिन मेरी नज़र में वो नामर्द कहलाते है।
(Caption)-
Haan main mardo jaise kapde pahanti hu
Mujhe parde mein bhi rahna aata hai,
Aree oo society tu judge na kar mere kapdo se mere character ko
Mujhe bhi kuch kahna aata hai !!-
लोग बिना बात को जाने आपकी गलती निकाल देते हैं।
ऐसे में कोई क्या करे, सब जानते हुए भी सब सुनकर चुप रहना पड़ता है।-