मने तो अब उस दिन का इंतजार है,,
जब मैं मेरे फौजी की फौजन बनूगी-
उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं,
और मरने के बाद भी जिनके नामो मे जान हैं,
वो फोजी भाई ही हमारे भारत की शान है।
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धोखे से भारत माता की शाखाओं से
तोड़ लिए कुछ फूल
नादान है कुछ जानते नहीं
कर दी बहुत बड़ी भूल
हम इतने बड़े ग़द्दार नहीं थे
पीठ पीछे कोई वार नहीं थे
क्यूँ मारा तुमने बेवजह हमें
जब हम लड़ने को तैयार नहीं थे
माँ-बाप से कर दी तुमने छाया उनकी दूर
मारेंगे अगर तुम्हारा भी सैनिक
तो एक बार जरूर सोचेंगे
हमसे कोई मर ना जाए बेक़सूर-
" सुना है कुछ नक्कार हमारी
वीरता का सबूत मांगते है ,
जरा भेजो उन्हें, सिरफिरे खुद
के लिये ताबूत मांगते हैं ..!! "
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माँ-बाप के सीने से लगे ब़गैर
उन्हें कई साल गुज़र गए होंगे
हौसला-आफ़ज़ाई करने ग़म भरने को
किसी अफ़सर से फ़रियाद तो की होगी
ना जाने कब-कब किस फ़ौजी ने
घर आख़िरी मुलाक़ात की होगी
एक तलब परिवार से मिलकर आएंगे
एक चिंता क्या घर जिंदा जाएंगे
मेरे देश के शहीद जवानों ने एक बार
घर पर फोन से बात तो की होगी
ना जाने कब-कब किसने फ़ौजी ने
घर आख़िरी मुलाक़ात की होगी-
स्वतंत्रता रंग, रूप ,आकार नहीं देखती ,
स्वतंत्रता जात ,धर्म,ईमान नहीं देखती।
लेकिन कुछ कोने पे अभी भी हिंसा और नफरत फैली है,
बस इन्हीं नफरतों और हिंसाओं का संहार करना है ।
प्रेम ,एकता ,समझ से भरे ,
अभी एक बेहतर भविष्य का निर्माण करना हैं।-
आज फिर वो माँ, इस उम्मीद में सो गई,
बेटे की लिखी चिट्ठी, डाकिया से खो गई..।-
Vo foji sarhad par
Din raat hamare liye deta hai paihra
Desh or Desh ki Raksha ke liye
Bandh kar nikla ho saihera
Jab aati Baat Dushman se yudh ki
Kitne jaldi bol dete hai hum
1 bar ho hi jaye
Baat bhi aati Agr sarhad pr Tanav ki
Pucho uss Maa se
Sunte hi ye khbar uske liye ghadi vhi tham si jati
Uske biwi- bache krte shi salamat uske vapas aane ka intezaar
Bhen ki Rakhi krti
Uske zinda bhai ki kalayi ka inteezar
Pita ki nazare bhi
Darwaaze par tiki rhti
Aakhir vo beta garv jo hai uska
Aasaan hai hamare liye khaina
Bas T.V. ka remote utha kr hi to hai chillana
Par kya Aasaan ye baatein us fozi ke parivar k liye bhi hai
Sochte hi jinke Ruh kap jaye
Aakhir vo khabar sunne ko vese kaise Raazi ho jaye...
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ये त्यौहार आबाद है रंगीन बहार हमारे चमन में
रहेंगे जब तलक फौजी जवान हमारे वतन में।
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