सीमा पर "फौजी" तनख्वाह के लिए नहीं,
हमारे "तिरंगे" के लिए खड़े हैं।
जिसे हम देश कहते हैं,
वो उसे अपना घर मानते हैं।।
हमारी सुरक्षा की ख़ातिर
रोज "वो" अपना घर उजाड़ते हैं।
वो देश की मिट्टी को अपनी "माँ" मानते हैं,
और हम उन्हें क्या…
देश के रखवाले से ज्यादा
"सीमा सुरक्षा सैनिक" अधिक मानते हैं।।
#फौजी-
𝙸𝚏 𝚢𝚘𝚞 are 𝚍𝚊𝚝ing 𝚊 fauji
𝚝𝚑𝚊𝚗 𝚛𝚊𝚒𝚜𝚎 𝚢𝚘𝚞𝚛 𝚑𝚊𝚗𝚍
𝙸𝚏 𝚗𝚘𝚝,
𝚝𝚑𝚊𝚗 𝚛𝚊𝚒𝚜𝚎 𝚢𝚘𝚞𝚛 𝚜𝚝𝚊𝚗𝚍𝚊𝚛𝚍 🔥
🤘-
कभी जिनके होने से होती थी घर में रौनके....
आज वही, अपने घर में मेहमान बन के आते हैं..😌
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We Know People Of India Has Deep Believed In Us That Is Why
We Never Fear To Die!...🤗🤗
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फौजी और फौजी की बूढ़ी मां
न कर इतना प्यार मां मैं कैसे जी पाऊंगा,
सरहद पर अगर तेरी याद आ गई तो बंदूक कैसे उठाऊंगा,
जो रूठ गई तू तो दुबारा कैसे मनाऊंगा,
मैं लौट कर आऊंगा मगर तुझसे क्या दुबारा मिल पाऊंगा,
तुझे छोड़ जा कर भारतीय और फौजी दोनो होने का फर्ज नीभाऊंगा,
मैं फौजी हूं अपनी एक पहचान बना जाऊंगा।।।।-
जिस घर में फौजी जन्म लिया वो घर मथुरा और काशी है,,
इस देश का, बच्चा-बच्चा कहता वो भारतवासी है...🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
( पूरी रचना अनुशीर्षक में पढ़ें🙏)-
कुछ उम्मीदें खत्म होने के कगार पे हैं ,
लेकिन कुछ हौसले अभी भी बरकरार हैं!!-
ना तो हमे कश्मीर में ससुराल चाहिए,
ना ही हमे वहाँ कोई मकान चाहिए ,
बस हमारा एक भी फौजी अब तिरंगे में लिपट कर न आए,
अब बस ऐसा ही हिन्दुस्तान चाहिए।👍👍
जय हिंद, जय भारत-
मैं कल भी था, आज भी हूं।
फिर गम में डूबे, ये शहरी क्यूं।
हम कल भी राय देते थे,
आज भी सिर्फ मशवरा दे रहे हैं।
हम जीते हैं अपने लिए,
और वह मर जाते हैं बिना जाने हमें।
हम मोहब्बत खोजते हैं, और वह जलती रेत पे,
कड़कड़ाती ठंड में देश की रक्षा करते हैं।
वह हमारी जिंदगी जी ले तो यह किसी को रास नहीं,
हम उनकी जी ले, यह किसी के बस की बात।
याद है ना या सब भूल गए हो,
आंखें नम है ना या खुशियों में ढल गए हो।
वह फौजी अपने परिवार तक को तरसा है,
अपने फर्ज के आगे अपने परिवार तक को भुला है।
क्यूं लड़ते हैं लोग, क्या मिलता है,
जंग के मैदान पर दोनों तरफ से लहू बहता है।
जमीन के नाम पर सियासत करने वालों,
झांक कर देखो शहीदों के घर में,
सालो बाद भी उस फौजी के वर्दी से खून टपकता है।-