Happy Women's Day:
जब हर दिन सम्मान
और सुरक्षा मिले,
तभी जश्न का
असली मतलब होगा
"अनुशीर्षक में पढ़िए"-
Finally, women our age
Have started understanding
Women of all ages
We now stand at that door
Which stayed bolted for far too long
Between the young blood and old
Proudly, keeping it open
For the young girls to walk
Without slipping through the cracks
Like we did
Back into the rabbit hole
Of self criticism
We are breaking down that web
Of questions of self worth
Trying to fill it with empathy
So when these young girls become
Women of our age
They widen the door
Just a little more
With much lesser effort-
स्त्री माँ हो तो सम्मान कीजिए
पत्नी हो तो इज्जत दीजिए
बहन हो तो स्नेह कीजिए
अगर बेटी हो तो फक्र कीजिए
और अगर अजनबी हो तो सुरक्षा कीजिए!!-
नारी हूं लाचारी नहीं,
औषधि हूं बीमारी नहीं,
अभी अभी तो शुरुआत है,
अभी मैं हारी नहीं,
इलाज हूं हर मर्ज का,
मैं कोई बीमारी नहीं,
स्वतंत्र हूं स्वभाव से,
मैं कोई बेचारी नहीं,
नारी हूं लाचारी नहीं
-
यह कैसी विडंबना है, कैसी यह रस्म पुरानी,
एक दिन की रोशनी, फिर वही रात अंजानी।
सम्मान, अधिकार, सपनों की उड़ान,
क्या सिर्फ़ एक दिन की है पहचान?
जब हर साँस में उसकी गूँज है,
जब हर घड़ी संघर्ष की पूँज है,
तो फिर क्यों बस तारीख़ों में सिमट जाए?
क्यों हर बार बस एक दिवस मनाए?
क्या वो बस एक ख़बर की सुर्ख़ी बनकर रह जाए?
या फिर हर दिन उसके नाम का दीप जलाए?
नारी सिर्फ़ दिवसों की मोहताज नहीं,
क्या वो हर दिन, हर पल सम्मान की हक़दार नहीं?-
Celebrating Women's Day, counting their qualities, efforts and pain.
Making them feel special on 8th March every year.
Tagging, posting, writing special notes for them.
like Really?
Just 8th March
Is that all, all we are Worth of ?-
झाड़ू
पोंछा
चाय
नाश्ता
बर्तन
कपड़े
नहाना
खाना
पूजा
सफाई ........ क्रमशः
के मध्य कुछ लीख कर पोस्ट करना आसान नहीं
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लड़कियां हम लड़कों को प्रकृति के द्वारा दिया एक अनमोल उपहार है। जो हम बंजर, उजाड़ रेगिस्तान और कठोर पहाड़ जैसे लड़कों के मन में दिव्य प्रेम और रचनात्मक सुंदर जीवन व सरल हृदय का बीज अंकुरित करती है।
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आगाज़ हो समाज का,
अंत हो अंनत का ,
तुम्हें जीना कौन सिखाए और किस बात की तुम लो स्वीकृति,
तुमसे ही होती है शुरू सभ्यता और संस्कृति ♥️
EVERYDAY IS WOMEN'S DAY ♥️
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मुस्कुरा कर सारे दर्द सह लेती हैं वो
थक कर भी न थकने की बात करती ह वो
हर परिस्थितियों में खुद को ढाल लेती है वो
सब समस्याओं का समाधान है वो
सबका ख्याल रखती है वो
सहनशक्ति की मिसाल है वो
वो ओर कोई नही स्त्रियां है वो।-