इल्म नहीं था इस बात का /
की मुकद्दर बेनूर हो जाएगा /
तरसेंगे एक झलक पाने को /
इस तरह वो किसी और का हो जाएगा //-
24 JAN 2021 AT 10:58
9 NOV 2020 AT 21:17
शाम ढल गया चलो अब सोते है
और तुम आ जाना मेरे सपने मे
हम तो हर रोज तुम्हारे सपने मे खोते है ❣️❣️
Good Night🙏-
3 MAY AT 16:54
बस....
एक हाँ के इंतज़ार में रात यूँही गुज़र जाएगी,
अब तो बस उलझन है साथ मेरे नींद कहाँ आएगी,
सुबह की किरण न जाने कौनसा सन्देश लाएगी,
रिमझिम सी गुनगुनायेगी या प्यास अधूरी रह जायेगी।
~~गजनी मूवी
#1506
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2 MAY AT 23:27